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Updated on: 27 May, 2022 9:47 AM IST
crop advisory for bihar farmers

बिहार के किसानों को हम जरूरी और महत्वपूर्ण जानकारी देने जा रहे हैं. भारतीय मौसम विभाग ने राज्य के किसानों के लिए एग्रो मेट एडवाइजरी जारी की है, ये एडवाइजरी 25 मई 2022 से लेकर 29 मई 2022 तक के लिए जारी की गई है. इसमें बताया गया है कि इस दौरान चल रहे मौसम में किसान कैसे अपनी फसलों को सुरक्षित रख सकते हैं.

DAMINI” मोबाइल एप्प करें डाउनलोड

किसानों को सलाह दी गई है कि वे बिजली और गरज के खिलाफ अलर्ट सुरक्षा के लिए " DAMINI " मोबाइल ऐप डाउनलोड कर लें

मौसम विभाग ने कहा है कि वर्तमान मौसम पूर्वानुमान को देखते हुए, किसानों को यह सलाह दी जाती है कि वे अपनी परिपक्व मक्का की फसलों को थ्रेसिंग करके सावधानी से काटकर सुरक्षित स्थान पर रख दें.

मौसम विभाग ने किसानों को रबी फसलों की कटाई के बाद गहरी जुताई करने की सलाह दी है, ताकी ये सूक्ष्मजीवों और खरपतवारों के अंडाणुओं को खत्म किया जा सके.

मखाना की फसलों को लेकर एडवाइजरी

मखाना के अधिक उत्पादन के लिए फसलों में जलस्तर को समान्य बनाए रखने की जरुरत है.

मखाना के पौधों की रोपाई के 40 दिन बाद आपको नीम के तेल का 5 प्रतिशत 25 दिनों के अंतराल पर छिड़काव करना चाहिए, ताकि मखाना की फसल में सभी प्रकार के कीट-पतंगों और बीमारियों से बचाव हो सके.

जूट की फसलों के लिए जरूरी सूचना

उन्नत किस्म के साथ जूट की फसल की बुवाई शुरू कर दें, लेकिन ध्यान रहे कि बुवाई के चार घंटे पहले, बीज को Bavastin (2 ग्राम प्रति किलो) से उपचारित कर लें.

बीज की दर= 5-7 किग्रा प्रति हेक्टेयर, एनपीके: 60: 30: 30 किग्रा /हेक्टेयर.

खरपतवार नियंत्रण के लिए Pretilachlor or Butachlor 50% EC @ 3 मिली प्रति लीटर पानी में बुवाई के 48 घंटे बाद छिड़काव करें.

गरमा मूंग की फसलों को लेकर जरूरी सूचना

जब सफेद मक्खी के हमले से पत्तियां पीली हो जाती है, तो साफ मौसम में Imidachlopride @ 1 मिली प्रति लीटर पानी में स्प्रे करें.

मूंग/उर्द की फसल में घुलनशील उर्वरक (एनपीके) का प्रयोग:

1.जब फसल 20 दिनों से कम हो तो 7-8 ग्राम प्रति लीटर पानी का छिड़काव करें.

2.जब फसल 40 दिनों से ऊपर हो जाए तो 15 ग्राम प्रति लीटर पानी का छिड़काव करें.

बागवानी किसानों को लेकर मौसम विभाग की एडवाइजरी

साफ मौसम को देखते हुए किसानों को Imidachlopride @ 1 ml + Diathan M-45 @ 2 ग्राम प्रति लीटर पानी एफिड, थ्रिप्स और सफेद मक्खी के साथ-साथ सब्जियों की फसलों में फंगल रोगों से बचाव करने के लिए छिड़काव करने की सलाह दी जाती है. साथ ही भिंडी की फसल में घुन के नियंत्रण के लिए Ethion 50 EC @ 2 मिली प्रति लीटर पानी का छिड़काव करें.

सब्जियों के खेत से खरपतवार निकालने के बाद पानी में घुलनशील उर्वरकों का प्रयोग करें.

बिहार के किसानों के लिए आम को लेकर जरूरी जानकारी

आम में फल छेदक कीट का प्रबंधन:- Emamectin Benzoate 5% SG @ 0.4 g OR Deltamethrin 28 EC @ 1 मिली प्रति लीटर पानी का छिड़काव करें और दो सप्ताह के बाद यही विधि को दोहराएं.

आम में मिली बग कीट का प्रबंधन:- Dimethoate 30 EC @ 1.5 मिली प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें.

आम का नया बाग लगाने के लिए, ड्राइंग के बाद, 2.5 x 2.5 . की दूरी पर गड्ढे खोदें.

आम्रपाली किस्म के लिए मी और अन्य किस्मों के लिए 10 x 10 मी, ताकि सूरज की रोशनी से कीड़ों और बीमारियों को नियंत्रित किया जा सके.

पशुपालकों के लिए जरूरी सूचना

किसानों को सलाह दी जाती है कि वे हरे चारे के साथ सूखे चारे की उपलब्धता नियमित रूप से सुनिश्चित करें, ताकि पशुओं में गैस की समस्या न हो और पशुओं के अच्छे स्वास्थ्य के साथ-साथ दुग्ध उत्पादन में भी वृद्धि हो सके.

किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपने मवेशियों को बचाने के लिए टीकाकरण अवश्य करवाएं

मौसम विभाग द्वारा जारी एडवाइजरी के मुताबिक, पशुओं को एंथ्रेक्स, ब्लैक क्वार्टर, हेमोरेजिक सेप्टिसीमिया (एचएस) और पैर और मुंह की बीमारी जैसे रोगों से बचाने के लिए सलाहकार की सलाह के बाद टीकाकरण करवाएं.

इस मौसम में पशुओं को पीने का पर्याप्त पानी उपलब्ध कराएं और लू से बचने के लिए उन्हें छाया में रखें.

साथ ही बरसात के मौसम में अपनी बकरी को “Eterotoxinia” का टीका लगवाएं.

पशु को प्रतिदिन 50-60 ग्राम खनिज मिश्रण खिलाएं, जिससे उसका प्रतिरोधक क्षमता बढ़ें.

धान को लेकर सलाह

नर्सरी में बीज बोने के लिए भूमि तैयार करने की सलाह दी जाती है. भूमि की तैयारी के दौरान, अच्छे और स्वस्थ पौध के लिए सड़ी हुई गाय के गोबर का प्रयोग करने का सुझाव दिया जाता है.

ढैंचा बीज को लेकर दी गई सलाह

धान के खेत में हरी खाद के लिए महीने की शुरुआत में ढैंचा की बुवाई करें.

इसके लिए 10-15 किलो प्रति एकड़ बीज दर पर्याप्त है. इसे जीरो टिलेज या छिड़काव विधि से बोया जा सकता है.

मक्कें की फसल को लेकर जरूरी सलाह

कल के बाद अगले पांच दिनों तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है. ऐसे में किसानों को सलाह दी जाती है कि वे परिपक्व मक्के की फसल को काट लें और थ्रेसिंग के बाद अनाज को सुखाकर एक सुरक्षित स्थान पर रख दें.

हल्दी की खेती को लेकर दी गई सलाह

हल्दी की बुवाई शुरू करने का उपयुक्त समय है. हल्दी की उन्नत किस्में- राजेंद्र सोनिया,राजेंद्र सोनाली आदि है. किसी एक किस्म को 30 सेमी (पंक्ति से पंक्ति) और 20 सेमी (पौधे से पौधे) की दूरी पर बुवाई कर दें. एक एकड़ में बुवाई के लिए 10 क्विंटल बीज, 80 क्विंटल कम्पोस्ट, 53 किलो डीएपी, 70 किलो यूरिया, 40 किलो म्यूरेट पोटाश और 20 किलो जिंक सल्फेट की आवश्यकता होती है. बीजों का उपचार अवश्य करें.

अदरक की खेती को लेकर दी गई सलाह

किसान भाइयों आप अदरक लगाना शुरू कर दें. अदरक की उन्नत किस्में- मारन (सोठ के लिए),नादिया, बर्दवान, सुरुवी, सुप्रभा आदि है. किसी एक किस्म को 40 सेमी (पंक्ति से पंक्ति) और 10 सेमी (पौधे से पौधे) की दूरी पर बोएं. एक एकड़ में बुवाई के लिए 8 क्विंटल बीज, 80 क्विंटल कम्पोस्ट, 53 किलो डीएपी, 70 किलो यूरिया, 40 किलो म्यूरेट पोटाश, 20 किलो जिंक सल्फेट और 8 किलो बोरेक्स की आवश्यकता होती है. बीजों का उपचार अवश्य करें.

English Summary: crop advisory for bihar farmers, farmers should do this work soon for crop protection
Published on: 27 May 2022, 10:00 AM IST

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