Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 6 October, 2020 6:23 PM IST

उत्तर प्रदेश की सरकार ने अपने किसानों के लिए एक खास पहल की है. राज्य सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री हेल्पलाइन की सुविधा दी जा रही है. इसके तहत राज्य के लगभग 10 लाख से अधिक किसानों को फोन किया जाएगा. किसानों से पूछा जाएगा कि उन्हें धान का भुगतान निर्धारित समय-सीमा के अंदर हुआ या नहीं. इसके साथ ही क्रय केंद्रों के बारे में फीडबैक भी लिया जाएगा. अगर किसान किसी तरह की शिकायत करते हैं, तो तत्काल कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद भी सुनिश्चित होगी. इस हेल्पलाइन योजना पर प्रश्नावली तैयार करना का काम शुरू कर दिया है.

मुख्यमंत्री हेल्पलाइन ने कोरोना संक्रमितों, प्रवासी मजदूरों और निगरानी समितियों के मामले में उल्लेखनीय कार्य किया है। एक ही रोगी को अलग-अलग दिनों में कम से कम चार बार फोन करके उन्हें मिल रही सुविधाओं के बारे में फीडबैक लिया है. इस तरह सीएम की टीम-11 को कार्य करने और योजना बनाने में काफी आसानी हुई.

किसानों को बिना किसी बाधा के धान का उचित मूल्य दिलवाया जाएगा. मुख्यमंत्री हेल्पलाइन को सीधे क्रय केंद्रों के ऑनलाइन डाटा से जोड़ा गया है. ऐसे में किसानों से धान बेचने के 3 दिन बाद फोन करके पूछा जाएगा कि उनके खातों में राशि पहुंची या नहीं?

पूछे जा सकते हैं ये सावल

  • केंद्र पर मूल्य में कोई कटौती तो नहीं की गई?

  • हैंडलिंग या अन्य कोई चार्ज तो नहीं लिया गया?

  • क्रय केंद्र के खुलने के समय संबंधी कोई समस्या तो नहीं हुई?

  • वहां जाने पर असुविधा तो नहीं हुई?

  • क्रय केंद्रों पर कर्मचारियों के व्यवहार, पानी और सैनिटाइजर की व्यवस्था की जानकारी ली जाएगी.

इतना ही नहीं, पिछले साल जिन किसानों ने सरकारी क्रय केंद्रों पर आकर धान बेचा था, उन्हें इस साल धान बेचने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा. इन किसानों से भी मुख्यमंत्री हेल्पलाइन सावल पूछेगी कि क्या पिछले साल आपने सरकारी क्रय केंद्र पर धान बेचा था? इस बार आपकी धान की पैदावार कैसी हुई है? क्या इसे सरकारी केंद्र पर ही बेचना चाहेंगे? पिछले साल धान बेचने में कोई असुविधा तो नहीं हुई?

इसके अलावा किसानों को धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य की जानकारी दी जाएगी. बताया जाएगा कि धान बेचने से पहले उसे सुखा लें, ताकि निर्धारित मानक से ज्यादा नमी न रहे. इसके साथ ही धान की सफाई करके ही केंद्र पर लाएं.

English Summary: Chief Minister Helpline will ask questions related to the payment of paddy to millions of farmers of UP
Published on: 06 October 2020, 06:27 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now