Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 9 September, 2021 4:13 PM IST
Processing Centers

आमतौर पर किसानों के फायदे के लिए सरकार की तरफ से तमाम तरह के कदम उठाए जाते हैं और उन सारे कदमों का जुड़ाव आगामी 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने से होता है. सरकार अपनी तरफ से हर वो प्रयास कर रही है, जिससे किसानों की आय दोगुनी की जा सकें.

अब इसी बीच किसानों के फसलों को उचित कीमत दिलवाने हेतु केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार परास ने देश में पांचों नए खाद्य प्रसंस्करण केंद्रों का  आज शुभारंभ किया है, जिसमें से असम में एक, गुजरात में तीन और कर्नाटक में एक केंद्र खोलने का फैसला किया गया है.

इन पांचों परियोजनाओं की कुल लागत 124.44 करोड़ रूपए होंगी. इन परियोजनाओं को क्रियान्वित करने हेतु मंत्रालय की तरफ से 20.22 करोड़ रूपए अनुदान के रूप में दिए गए हैं. वहीं, बताया जा रहा है कि सरकार के इस कदम से कुल 7700 किसानों को अप्रत्यक्ष व प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा. 

वहीं,  देश के इन पांचों खाद्य प्रसंस्करण केंद्रों के उद्धाटन के मौके पर केंद्रीय प्रसंस्करण मंत्री पशुपति कुमार परास ने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण गतिविधियों में तेजी में लाने हेतु प्रधानमंत्री किसान सपंदा योजना की शुरूआत की गई थी. इसे बढ़ावा देने हेतु सरकार की तरफ से आधारिक संरचना को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं भी लाई गई, जिसे ध्यान में रखते हुए सरकार की तरफ से लगातार विभिन्न प्रकार के प्रयास किए जा रहे हैं.

इसके  अलावा, उद्घघाटन सत्र में शामिल हुए राज्यमंत्री प्रहलाद पटेल ने सभी प्रमोटर्स को बधाई देते हुए कहा कि यह हम सभी के लिए एक बेहतर कदम साबित होगा. उन्होंने आगे कहा कि अगर हम किसी भी कच्चे माल का अधिक मात्रा में उत्पादन करें, तो उसे खराब होने से बचाया जा सकता है. इससे जहां किसानों की आय में इजाफा होगा तो वहीं अपने संसाधनों के दोहन होने से उसे बचा पाएंगे. आमतौर पर देखा जाता है कि कच्चे माल का सही समय पर प्रसंस्करण नहीं होने की वजह से वे जाया चली जाती हैं, जिसका सीधा नुकसान हमारे किसान भाइयों को होता है. वहीं, अब जब देश में पांच  खाद्य प्रसंस्करण केंद्र स्थापित होने जा रहे हैं तो यह हमारे किसानों के लिए राहत भरा कदम साबित होंगे.

इन परियोजनाओं का किया गया शुभारंभ

1. मैसर्स फीनिक्स फ्रोजन फूड्स आनंद,गुजरात
2.
मैसर्स अथोस कोलेजेन, सूरत,गुजरात
3.
मैसर्स हैन फ्युचर नैचुरल प्रोडक्टस, तुमकुर, कर्नाटक
4.
मैसर्स ग्रेनटेक फूड्स, नलबाड़ी, असम
5.
वंसत मसाला, गांधीनगर,गुजरात

उक्त परियोजनाओं  का प्रसंस्करण मंत्री की तरफ से शुभारंभ किया गया है. माना जा रहा है कि यह आगामी दिनों में इनके लिए लाभकारी साबित होगा.

अब ऐसे में हमारे किसान भाइयों की आय में इजाफा करने की दिशा में यह किस तरह अपनी भूमिका निभा सकता है. यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा. तब तक के लिए आप कृषि क्षेत्र से जुड़ी हर बड़ी खबर से रूबरू होने के लिए आप पढ़ते रहिए...कृषि जागरण.कॉम

English Summary: Central government started 5 new processing centers for farmers
Published on: 09 September 2021, 04:16 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now