सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 22 September, 2022 3:35 PM IST
ग्रीन पटाखों की इजाजत मिली

दिवाली (Diwali 2022) आने में अब बस कुछ समय बचा है लोगों ने तो तैयारियां भी शुरू कर दी हैं. घर की सजावट के लिए बाजारों में सामान आना भी शुरू हो गया है. दीपक, मोमबत्तियों वालों ने तो जोरों- शोरों से इनको बनाना शुरू कर दिया है. ऐसे में अब बचती है दिवाली की सबसे अहम चीज जो बच्चों से लेकर बड़ों तक सबकी पसंदीदा है जिसका इंतजार उन्हें बेसब्री से रहता है. वो है बम-पटाखे. जिसे लोग खूब पैसे बर्बाद करके खरीदते हैं और अपने लिए प्रदूषण, बीमारियां आदि को दावत भी देते हैं.

इसी वजह से सरकार हर बार इन पर रोक लगाती है कभी समय कम करके तो कभी इनकी खरीद फरोक्त बंद करवा कर, लेकिन लोग तब भी कौनसा बाज आते हैं. तो ऐसे में इस बार सुप्रीम कोर्ट ने सिर्फ ग्रीन पटाखों की इजाजत दी है.

किस प्रदेश में ग्रीन पटाखों की इजाजत (In which state green crackers are allowed)

अतिरिक्त कलेक्टर बृजमोहन बैरवा ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने राजस्थान के कोटा में दिवाली पर सिर्फ ग्रीन आतिशबाजी की इजाजत दी है. 

क्या है खासियत ग्रीन पटाखों की (What is the specialty of green firecrackers)

  • ग्रीन पटाखे होंगे नॉइज़ फ्री (Noise Free)

  • ग्रीन पटाखों में वायु प्रदूषण को बढ़ावा देने वाले हानिकारक रसायन मौजूद नहीं होते हैं.

  • ग्रीन पटाखे राष्ट्रीय पर्यावरण अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान (नीरी) (National Environmental Engineering Research Institute) की खोज हैं.

  • सामान्य पटाखों की तुलना में ग्रीन पटाखे 40 से 50 फीसदी तक कम हानिकारक गैस पैदा करते हैं.

ये भी पढ़ें: दिवाली से पहले किसानों को मिला बड़ा तोहफा, खेती करने के लिए सरकार देगी 35,250 रुपए

ग्रीन पटाखों को बेचने के लिए लाइसेंस आवेदन (License application for selling green firecrackers)

ग्रीन पटाखे के क्रय विक्रय (Green Crackers Buy sell) की अनुमति मिल गयी है.  कोटा जिले में 24 से 26 अक्टूबर तक सिर्फ ग्रीन पटाखों के क्रय-विक्रय की अनुमति होगी. जो भी ग्रीन पटाखों  को बेचने के लिए लाइसेंस लेना चाहते हैं वे 19 से लेकर 30 सितंबर तक लाइसेंस के लिए आवेदन कर सकते हैं. ग्रीन पटाखों के अस्थाई लाइसेंस (Temporary license of green crackers) के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में संबंधित उपखंड अधिकारी (Subdivision Officer) को अधिकृत किया गया है.

English Summary: Celebrate Diwali with only Green Firecrackers, Apply for License from 19th to 30th September
Published on: 22 September 2022, 03:50 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now