नई दिल्ली के कान्सटीट्यूशनल क्लब में CAIT (Confederation of All India Traders) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल के नेतृत्व में "नेशनल एग्रीप्रेन्युर समिट" का आयोजन हुआ था. इस समिट में देशभर के 18 राज्यों से लगभग 175 एग्रीप्रेन्यूर और कृषि आदान क्षेत्र के व्यापारी एकजुट हुए. यह समिट ऐतिहासिक था, क्योंकि इसमें कृषि क्षेत्र से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई और किसानों की आय बढ़ाने एवं व्यापारियों का व्यापार सुगमता के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाने का संकल्प लिया गया.
समिट के अंत में सभी उपस्थित सदस्यों ने सर्वसम्मति से कुछ अहम रेजोल्यूशन पारित किए, जिनका उद्देश्य कृषि क्षेत्र में सुधार, किसानों की आय में वृद्धि और कृषि व्यापारियों के हितों की रक्षा करना था. ये रेजोल्यूशन न केवल किसानों के लिए लाभकारी थे, बल्कि व्यापारियों के लिए भी सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कृषि क्षेत्र में किए गए ऐतिहासिक सुधारों की सराहना
हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कृषि क्षेत्र में किए गए ऐतिहासिक और साहसिक कार्यों की सराहना करते हैं. इनमें किसान सम्मान निधि योजना, वन नेशन वन फर्टिलाइज़र, और यूरिया खाद के लिए देश को आत्मनिर्भर बनाने की योजनाएं शामिल हैं. इन योजनाओं से न केवल किसानों को समर्थन मिला है, बल्कि भारतीय कृषि क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव आया हे .
नमो ड्रोन दीदी, जैविक खेती और उन्नत बीजो की नयी किस्मों एवं अन्य योजनाओं का समर्थन
हम प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू की गई योजनाओं जैसे फसल बीमा योजना, ड्रोन तकनीकी के उपयोग से उत्क्रांति, जैविक खेती को बढ़ावा देने और जलवायु परिवर्तन को ध्यान रखते हुए उन्नत विभिन्न बीज किस्मों के विकास का समर्थन करते हैं. हम इन योजनाओं को लागू करने के लिए सरकार के प्रयासों की प्रशंसा करते हैं और किसानों की आय में वृद्धि के लिए इनके प्रभावी क्रियान्वयन की सराहना करते हैं. इस प्रकार, कृषि क्षेत्र में न केवल निवेश बढ़ेगा, बल्कि कृषि उत्पादकता में भी वृद्धि होगी.
NAPUF के जरिए किसानों एवं व्यापारियों के लिये लाभकारी योजनाओं को लागू करने का संकल्प
हम NAPUF (National Agripreneur Utkranti Federation) के तहत किसानों एवं व्यापारियों के लिए सरकार की लाभकारी योजनाओं को सही तरीके से लागू करने का संकल्प लेते हैं. CAIT का कृषि शाखा के रूप में NAPUF किसानों एवं व्यापारियों के कल्याण के लिए काम करेगा और इन योजनाओं को वास्तविक रूप में जमीन तक पहुंचाने का प्रयास करेगा.
अप्रासंगिक कानूनों में सुधार और व्यापारियों के लिए एक रचनात्मक माहौल तैयार करना
हम कृषि आदान व्यापारियों और संबंधित उद्योगों के लिए एक रचनात्मक और सहज व्यापार वातावरण बनाने का प्रयास करेंगे. इसके तहत हम वर्षों से चले आ रहे अप्रासंगिक और अव्यवहारिक क़ानूनों को संशोधित कराने का संकल्प लेते हैं, जैसे रासायनिक खाद और बीज पर आवश्यक वस्तु अधिनियम को हटाना और किसानों को किसी भी बाजार से कृषि आदान (जैसे खाद, बीज, कीटनाशक) खरीदने की स्वतंत्रता देना.
कृषि में रासायनिक खाद के साथ जैविक खादों एवं अन्य वैकल्पिक खाद का उपयोग बढ़ाना
हम किसानों को रासायनिक खाद के साथ जैविक खाद और बायोफर्टिलाइजर्स का अधिक से अधिक प्रयोग करने के लिए प्रेरित करेंगे, ताकि रासायनिक खाद का प्रयोग कम हो और किसानों की खेती की लागत कम हो सके और उनके खेतों की उर्वरा शक्ति बढ़े. इससे न केवल पर्यावरण की रक्षा होगी, बल्कि किसानों के स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. जैविक खेती के इस कदम से कृषि क्षेत्र में सॉइल हेल्थ के क्षेत्र में दीर्घकालिक उत्क्रान्तिक सुधार की संभावना बढ़ेगी.
डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देना और पारदर्शिता में सुधार
हम कृषि क्षेत्र के सभी स्टेकहोल्डर्स को तकनीकी माध्यम से व्यापार करने के लिए प्रेरित करेंगे, खासकर डिजिटल पेमेंट की सुविधा को बढ़ावा देंगे. इससे किसान और व्यापारी के बीच पारदर्शिता, विश्वास और सहयोग बढ़ेगा. साथ ही यह सुनिश्चित करेगा कि सभी लेन-देन सुचारु और पारदर्शी तरीके से हों. डिजिटल पेमेंट से किसानों को अपनी फसल की बिक्री में भी आसानी होगी और उन्हें समय पर भुगतान मिल सकेगा, जिससे उनके वित्तीय तनाव में कमी आएगी.
किसानों के लिए मिट्टी की जांच को अनिवार्य बनाना
हम भारत सरकार से यह अनुरोध करेंगे कि किसानों के लिए फसल की बिजाई से पहले मिट्टी की जांच अनिवार्य बनाई जाए. इससे किसानों को यह समझने में मदद मिलेगी कि उनके खेतों में जिस फसल को किसान लगाना चाहता हे उसमे कौन कोन से तत्वों की जरूरत पड़ेगी जिससे वह उन्ही तत्वों को ज़मीन में खाद के माध्यम से डालेगा, इससे लागत कम होगी एवं कृषि उत्पादकता में सुधार होगा,इसके अलावा, मिट्टी की जांच से भूमि का संरक्षण भी होगा और यह किसानों को अत्यधिक रासायनिक खादों से बचने की सलाह देगा, जो लंबे समय में भूमि के लिए हानिकारक हो सकते हैं.
कृषि आदान क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों की उत्पादन एवं बिक्री को बढ़ावा
हम सभी स्टेकहोल्डर्स, खासकर कृषि आदान व्यापारियों एवं आदान उद्योगों को उच्च गुणवत्ता का उत्पाद बनाने एवं बेचने के लिए प्रेरित करेंगे एवं जो भी आदान व्यापारी अथवा आदान उद्योग गुणवत्ता में समझौता करगा तो उसको सरकार के सामने लाया जाएगा, यह कदम न केवल किसानों के लिए फायदेमंद होगा, बल्कि भारतीय कृषि उत्पादों की गुणवत्ता को अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी प्रतिस्पर्धी बनाएगा. उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों की बिक्री से न केवल किसानों को बेहतर मूल्य मिलेगा, बल्कि भारतीय कृषि उत्पादों की वैश्विक मांग भी बढ़ेगी.
रासायनिक खाद और बीज वितरण के लिए सहकारिता का उचित संतुलन
राज्य सरकारों द्वारा रासायनिक खाद और बीज के वितरण में सहकारी समितियों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इन वितरण प्रणालियों में अधिकतम 50% की सीमा रहे, ताकि सहकारी समितियां और निजी व्यापारी दोनों मिलकर प्रभावी वितरण कर सकें और बाजार में संतुलन बना रहे. यह कदम सुनिश्चित करेगा कि खाद और बीज का वितरण सभी किसानों तक समान रूप से पहुंचे और किसी भी प्रकार की किल्लत न हो.
हम किसानों के लिए खाद में डीबीटी लागू करने का समर्थन करते हैं, जिससे रासायनिक खाद का दुरपयोग बंद हो एवं देश की अर्थव्यवस्था मज़बूत बने.
CAIT का कृषि क्षेत्र में योगदान और सदस्यता अभियान
CAIT (Confederation of All India Traders) ने हमेशा व्यापारियों और किसानों के बीच सहयोग बढ़ाने के लिए कार्य किया है. वर्तमान में, CAIT कृषि क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों, व्यापारियों और उद्यमियों के लिए देशभर में एक सदस्यता अभियान चला रहा है. इसके तहत, मनोज कुमार गोयल (NAPUF, नेशनल प्रेसिडेंट) और उनके टीम के सदस्य देशभर के व्यापारियों से संपर्क कर उन्हें NAPUF से जुड़ने के लिए प्रेरित कर रहे हैं. अब तक लगभग 22 राज्यों के व्यापारियों ने NAPUF से जुड़कर इस अभियान को सफल बनाया है.
CAIT के बारे में:
CAIT की स्थापना 1990 में व्यापारियों के हितों की रक्षा करने और उनकी समस्याओं का समाधान करने के उद्देश्य से की गई थी. आज यह संगठन भारत भर के 48,000 से अधिक एसोसिएशनों और लगभग 9 करोड़ व्यापारियों का प्रतिनिधित्व करता है. इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया हैं, जो नागपुर से हैं, और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल हैं जो की वर्तमान में चाँदनी चौक नई दिल्ली के माननीय सांसद है एवं साथ स्मृति ईरानी ने रणनीतिक सलाहकार के तौर पर जुड़कर CAIT संगठन को और भी मजबूत किया है.
कृषि व्यापारियों के लिए एक सुनहरा अवसर
आज CAIT ने कृषि से जुड़े व्यापारियों के लिए एक सुनहरा अवसर प्रदान किया है. व्यापारियों के लिए यह मंच एक तरह से उनके व्यवसाय को आगे बढ़ाने और किसानों के कल्याण के लिए काम करने का अवसर है. NAPUF का उद्देश्य स्पष्ट है – किसानों की आय बढ़ाना और कृषि व्यापार में सुधार लाना.
कृषि से जुड़े व्यापारियों के लिए NAPUF– एक मजबूत साझेदारी!
अगर आप भी कृषि क्षेत्र से जुड़े व्यापारी हैं, तो NAPUF से जुड़कर इस अभियान का हिस्सा बनें और कृषि क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने में अपना योगदान दें. NAPUF के इस सदस्यता अभियान से जुड़कर आप न केवल अपने व्यापार को बढ़ावा दे सकते हैं, बल्कि किसानों के जीवन को भी बेहतर बना सकते हैं. NAPUF के साथ मिलकर हम एक मजबूत, सक्षम और आत्मनिर्भर कृषि क्षेत्र का निर्माण करेंगे, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए समृद्धि और सफलता लेकर आए.