कोरोना महामारी (Corona Epidemic) से जूझ रहे देश के लिए बर्ड फ्लू (Bird Flu) खौफ का नया सबब बनता जा रहा है. देशभर के कई राज्यों में बर्ड फ्लू दस्तक दे चुका है, जिससे कई पक्षियों की मौत हो चुकी है.
हालांकि, राज्य की सरकारों ने अलर्ट भी जारी कर दिया है, लेकिन बर्ड फ्लू का कहर दिन पर दिन बढ़ता दिख रहा है. एक तरफ हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में बर्ड फ्लू (Bird Flu) की पुष्टि हो चुका है, तो वहीं दूसरी तरफ हरियाणा में भी अलर्ट जारी (Alert also issued in Haryana) कर दिया गया है.
10 दिन में 4 लाख से ज्यादा मुर्गियों की मौत
राज्य के पंचकूला जिले के बरवाला में 10 दिन में पोल्ट्री फार्मों में 4,09,970 मुर्गियों की मौत हो चुकी है. मुर्गियों की असामान्य मौत होने पर नमूने एकत्र किए गए हैं और क्षेत्रीय रोग निदान प्रयोगशाला (आरडीडीएल) जालंधर को भेजे गए हैं. आशंका है कि संदिग्ध बीमारियां रानीखेत या संक्रामण लारेंजो-ट्रैक्टिस भी हो सकती हैं.
मौजूदा समय में बर्ड फ्लू (Bird Flu) की दस्तक से हरियाणा में पोल्ट्री उद्योग पर भारी असर पड़ने लगा है. हालांकि, पोल्ट्री व्यवसायी और चिकित्सक चिकन को सुरक्षित बता रहे हैं. बता दें कि जींद जिले से प्रतिदिन करीब 4 लाख मुर्गे बेचने के लिए भेजे जाते हैं. इसके अलावा दिल्ली में बेचे जाने वाले मुर्गों की कीमत में भी करीब 15 रुपए प्रति किलोग्राम की गिरावट की गई है. इस तरह कारोबारियों को रोजाना करीब 1 करोड़ 20 लाख रुपए तक का नुकसान उठाना पड़ रहा है.
पोल्ट्री का हब है जींद
आपको बता दें कि हरियाणा का जींद जिला पोल्ट्री का हब माना जाता है. इस जिले में करीब 500 से अधिक पोल्ट्री फार्म है, तो वहीं 80 से अधिक हैचरी हैं. यहां से करीब 100 गाड़ियों में रोजाना 4 लाख मुर्गे दिल्ली के लिए भेजे जाते हैं. इनका वजन करीब 8 लाख किलोग्राम होता है. दिल्ली में पहले मुर्गा 90 रुपए प्रति किलोग्राम तक बिकता था, लेकिन अब एक मुर्गा 75 रुपए किलोग्राम बिक रहा है.