आज की तारीख में सोशल मीडिया की इस दुनिया में सब कुछ सरल और सुगम हो चुका है, लेकिन अफसोस कुछ ऐसे भी हैं, जो इस सरलता और स्पष्टता का अनुचित इस्तेमाल कर समाज में भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं.
पिछले कुछ दिनों से एक ऐसा ही भ्रम फैलाया जा रहा है, लिहाजा हमारी सभी किसान भाइयों और बेरोजगारी युवाओं से अपील है कि वे इस फर्जीवाड़े का शिकार न हो, क्योंकि फर्जी तरीके से नीति आयोग की तरफ एक मैसेज वायरल किया जा रहा है, जिमसें यह बताया जा रहा है कि सभी बेरोजगारों को नीति आयोग की तरफ से 300 रूपए से 30 हजार रूपए तक कमाने का सुनहरा मौका दे रही है. अब आप ही बताइए बेरोजगारी भरे इस माहौल भला कौन इस ऑफर को ठुकराने की हिमाकत करेगा, वो भी जब ऐसा मैसेज नीति आयोग की तरफ से आया हो, तो फिर क्या ही कहे.
ऐसे समझें पूरी प्रक्रिया
यहां हम आपको बताते चले कि नीति आयोग पहले मैसेज भेजता है. फिर, लोगों से उस पर दिए गए लिंक पर क्लिक करने के लिए कहा जाता है. उस लिंक पर क्लिक करते ही लोग एक वाट्सएप पर पहुंच जाते हैं, जिसमें उनसे इंग्लिश में जवाब देने के लिए कहा जाता है, जिसमें उनसे नीजि जानकारियां तक मांग ली जाती है, लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस तरह की जानकारी पूरी तरह से फर्जी है, जिसकी पुष्टि खुद पीआईबी ने की है.
इस पूरे मामले पर पीआईबी को हस्तक्षेप इसलिए करना पड़ गया है, क्योंकि बहुत सारे लोग इस फर्जीवाड़े का शिकार हुए हैं, जिसके ध्यान में रखते हुए पीआईबी को इस पूरे मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा. बता दें कि पीआईबी ने इस पूरे मामले को लेकर कहा कि किसी भी तरह की सूचना या मैसेज नीति आयोग की तरफ से नहीं भेजा गया है. इस तरह का मैसेज नीति आयोग की तरफ से न ही पहले कभी भेजा गया है और न ही कभी भेजा जाएगा.
काफी लोग हो रहे थे फर्जीवाड़े का शिकार
य़हां बताते चले कि इस फर्जी मैसेज के वायरल होने की वजह से कई लोग इस फर्जीवाड़े का शिकार हो रहे थे, जिसको ध्यान में रखते हुए पीआईबी को हस्तक्षेप करना पड़ गया.