Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 26 March, 2021 11:42 AM IST
Wats app

आज की तारीख में सोशल मीडिया की इस दुनिया में सब कुछ सरल और सुगम हो चुका है, लेकिन अफसोस कुछ ऐसे भी हैं, जो इस सरलता और स्पष्टता का अनुचित इस्तेमाल कर समाज में भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं.

पिछले कुछ दिनों से एक ऐसा ही भ्रम फैलाया जा रहा है, लिहाजा हमारी सभी किसान भाइयों और बेरोजगारी युवाओं से अपील है कि वे इस फर्जीवाड़े का शिकार न हो, क्योंकि फर्जी तरीके से नीति आयोग की तरफ एक मैसेज वायरल किया जा रहा है, जिमसें यह बताया जा रहा है कि सभी बेरोजगारों को नीति आयोग की तरफ से 300 रूपए से 30 हजार रूपए तक कमाने का सुनहरा मौका दे रही है. अब आप ही बताइए बेरोजगारी भरे इस माहौल भला कौन इस ऑफर को ठुकराने की हिमाकत करेगा, वो भी जब ऐसा मैसेज नीति आयोग की तरफ से आया हो, तो फिर क्या ही कहे.

ऐसे समझें पूरी प्रक्रिया

यहां हम आपको बताते चले कि नीति आयोग पहले मैसेज भेजता है. फिर, लोगों से उस पर दिए गए लिंक पर क्लिक करने के लिए कहा जाता है. उस लिंक पर क्लिक करते ही लोग एक वाट्सएप पर पहुंच जाते हैं, जिसमें उनसे इंग्लिश में जवाब देने के लिए कहा जाता है, जिसमें उनसे नीजि जानकारियां तक मांग ली जाती है, लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस तरह की जानकारी पूरी तरह से फर्जी है, जिसकी पुष्टि खुद पीआईबी ने की है.

इस पूरे मामले पर पीआईबी को हस्तक्षेप इसलिए करना पड़ गया है, क्योंकि बहुत सारे लोग इस फर्जीवाड़े का शिकार हुए हैं, जिसके ध्यान में रखते हुए पीआईबी को इस पूरे मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा. बता दें कि पीआईबी ने इस पूरे मामले को लेकर कहा कि किसी भी तरह की सूचना या मैसेज नीति आयोग की तरफ से नहीं भेजा गया है. इस तरह का मैसेज नीति आयोग की तरफ से न ही पहले कभी भेजा गया है और न ही कभी भेजा जाएगा.

काफी लोग हो रहे थे फर्जीवाड़े का शिकार

य़हां बताते चले कि इस फर्जी मैसेज के वायरल होने की वजह से कई लोग इस फर्जीवाड़े का शिकार हो रहे थे, जिसको ध्यान में रखते हुए पीआईबी को हस्तक्षेप करना पड़ गया.

English Summary: Beware do you also get this massage
Published on: 26 March 2021, 11:46 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now