सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 13 March, 2019 12:51 PM IST

देश की बढ़ती हुई जनसंख्या के मद्देनजर खाद्य समस्या को हल करने के लिए हाईटेक खेती करना बहुत जरुरी है. इसके लिए उन्नत किस्म के बीज के साथ रासायनिक खाद, जैविक खाद, कीटनाशक तथा पानी की समुचित व्यवस्था के साथ-साथ समय पर कृषि कार्य करने के लिए आधुनिक कृषि यंत्रों का होना बहुत जरुरी है. इस आधुनिक युग में कृषि कार्य समय से करने के लिए आधुनिक कृषि यंत्रों से करना ही संभव है, जैसे जुताई, बुवाई, सिंचाई, कटाई, मड़ाई एवं भंडारण आदि. कुछ इसी तरह के यंत्रों और बीजों का इस्तेमाल करके यूपी के एटा के जिला कारागार में कैदी हाईटेक खेती कर हाईटेक किसान बन गये हैं.

दरअसल एटा जिला कारागार के कैदियों ने जैविक तरीके से खेती करने का प्रशिक्षण लेने के बाद जैविक तरीके से शानदार खेती की है. जो अब रंग लाई है. कैदी अपनी फसल को देख जहां खुशी से फूले नहीं समा रहे है वहीं आलू की बड़ी तादात में उत्पादन को देख जेल के सभी अधिकारी भी उनकी मेहनत को सराह रहे हैं. गौरतलब है कि जैविक खेती के द्वारा की गयी आलू की फसल में एक आलू का वजन औसतन 1 किलो तक है. आलू का नाम 'सीएम' नाम दिया है.

बता दे कि सीएम आलू की फसल पूरे जिलों में किसानों के लिए चर्चा का विषय बनी हुई है. हाईटेक किसान बने कैदी विभिन्न आपराधिक मामलों में सजा काट रहे है लेकिन अब ये कैदी किसान बन गये हैं. जिला कारागार के करीब 5 एकड़ जमीन पर ये 25 से 30 कैदी प्रतिदिन 5 से 6 घंटे खेती कर थे और उनकी मेहनत रंग लाई है. 'सीएम' आलू की अच्छी पैदावार देखकर कैदी बहुत खुश हैं. वहीं, भारी मात्रा में आलू की पैदावारी से कैदियों के लिए अब बाहर से आलू मंगाने की जरुरत नहीं पड़ेगी. 'सीएम' आलू स्वास्थ्य की दृष्टि से और खाने में भी बेहद स्वादिष्ट हैं.

English Summary: Become captive by cultivating potato organic method, One potato weight 1 kg
Published on: 13 March 2019, 12:57 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now