केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की किश्त लगातार किसानों के खाते में पहुंच रही है, लेकिन इस बीच कई खबरें आ रही हैं कि इस योजना के तहत करोड़ों रूपए अपात्र लोगों के खातों जा रहे हैं. ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से सामने आया है. जहां इस योजना के तहत होने वाला भष्टाचार रूकने का नाम नहीं ले रहा है. इस फर्जीवाड़े पर लगाम लगाने में विभाग भी असफल हो रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो यहां करीब 1 लाख से अधिक अपात्र लोगों के खाते में योजना की किश्त जा रही है.
आपको बता दें कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना की शुरूआत 24 फरवरी 2019 को हुई. इसके तहत जिले में करीब 5 लाख 11 हजार किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया था. इसमें से 4 लाख 18 हजार किसान इस योजना का लाभ उठा रहे हैं. माना जाता रहा है कि 1 लाख से अधिक अपात्र लोगों के खाते में धनराशि जा रही है.
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विभाग का कहना है कि इस योजना का लाभ सभी लाभाथिर्यों को दिया जा रहा है. इनमें अधिकतर लोगों को 5 किस्त भेजी जा चुकी है. सूत्रों की मानें, तो अधिकतर किसानों का कहना है कि उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है. जिले के जखनियां, मनिहारी, बिरनो, मरदह और सेवराई ब्लाक के अंदर काफी शिकायतें आ रही हैं. किसानों का कहना है कि इस योजना का लाभ करीब 1 लाख किसान ऐसे है, जो फर्जी दस्तावेज के आधार पर किश्त ले रहे हैं. इसके अलावा नौकरी करने वाले लोग भी गलत तरीके से लाभ उठा रहे हैं, जबकि सरकार इस योजना का लभ छोटे और कम जमीन वाले किसानों को दे रही है. अगर अंदाजा लगाया जाए, तो इस तरह करीब करोड़ों रूपए भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहे हैं.
पीएम किसान सम्मान निधि योजना की किश्त के लिए लगातार किसान विभाग में चक्कर काट रहे हैं, जिससे विभाग भी संशय में है. कृषि अधिकारी मृत्युंजय सिंह का कहना है कि उन्हें शिकायत मिली है कि कुछ अपात्र लोग योजना का लाभ उठा रहे हैं. इसके लिए एक सूची तैयार की जा रही है. इसके बाद समस्या का समाधान किया जाएगा. फिलहाल, किसानों के खाते को आधार से लिंक कराया जा रहा है, लेकिन शासन आगे खतौनी से खाता नंबर जोड़ने की योजना बना रही है, ताकि योजना में हो रहे फर्जीवाड़े को रोका जा सके.
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