जब सर्दी का मौसम शुरू होता है, तो उत्तर भारत में एक समस्या सभी लोगों को काफी परेशान कर देती है और यह समस्या प्रदूषण की है. इस समय प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ जाता है और इसका एक मात्र किसानों द्वारा खेतों में पराली जलाना है. हालाकिं, पराली जलाने पर कानूनी रोक भी लग चुकी है, लेकिन इसके बावजूद सही विकल्प न मिलने की वजह से पराली जलाई जाती है.
इस संबंध में किसानों का कहना है कि उन्हें धान के बाद गेहूं की बुवाई करनी होती है और पराली का कोई समाधान नहीं है, इसलिए उन्हें पराली जलानी पड़ती है. ऐसे में आज कृषि जागरण सुपर सीडर मशीन (Super Seeder Machine) की जानकारी लेकर आया है, जिससे किसानों को पराली भी नहीं जलानी पड़ेगी और फसल की बुवाई भी आसानी से हो जाएगी. इस संबंध में हमने कंपनी ब्रांड यादवश्री रीपर बाईंडर (ʏᴀᴅᴀᴠsʜʀᴇᴇ ᴍᴀᴄʜɪɴᴇʀʏ Sᴛᴏʀᴇs) से बातचीत की, जो कि किसान भाईयों को कृषि यंत्र उपलब्ध कराते हैं. अगर आप इस मशीन की अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो इस लेख को अंत तक पढ़ते रहिए.
सुपर सीडर मशीन है पराली की समस्या का हल (Super seeder machine is the solution to the problem of stubble)
सभी जानते हैं कि किसानों को धान के बाद गेंहू की बुवाई के लिए बार-बार जुताई करना पड़ता है, लेकिन सुपर सीडर मशीन (Super Seeder Machine) से किसानों की इस समस्या का हल कर दिया है. दरअसल, अगर आप सुपर सीडर मशीन से धान की कटाई करते हैं, तो आपको पराली को जलाने की ज़रूरत नहीं होगी, बल्कि यह मशीन पराली खाद का काम करेगी. यानी पराली की मौजूदगी में ही गेहूं की बुवाई की जा सकती है. इस तरह अधिक उत्पादन भी प्राप्त होगा, साथ ही पर्यावरण प्रदूषण और जल का संचयन भी आसानी से किया जा सकता है.
कैसी होती है सुपर सीडर मशीन? (How is super seeder machine)
इस मशीन में रोटावेटर, रोलर व फर्टी सीड ड्रिल लगा होता है. यह मशीन ट्रैक्टर के साथ 12 से 18 इंच खड़ी पराली के खेत में जुताई कर सकती है. इसके अलावा, रोटावेटर पराली को मिट़टी में दबा सकती है, तो वहीं रोलर समतल करने व फर्टी सीड ड्रिल खाद के साथ बीज की बुवाई करने का काम कर सकती है. इस मशीन की मदद से 2 से 3 इंच की गहराई में बुवाई कर सकते हैं.
सुपर सीडर मशीन की विशेषताएं (Features of Super Seeder Machine)
सुपर सीडर मशीन (Super Seeder Machine) में कई विशेषताएं हैं, जो इस लेख में नीचे लिखी गई हैं.
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इस मशीन से एक बार की जुताई में ही बुवाई हो जाती है.
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मशीन की मदद से पराली की हरित खाद बनाई जाती है, जिससे खेत में कार्बन तत्व बढ़ जाता है और फसल अच्छी होती है.
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इस विधि से बुवाई करने पर फसल का करीब 5 प्रतिशत उत्पादन बढ़कर मिलता है.
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बुवाई की लागत करीब 50 प्रतिशत कम होती है.
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श्रम शक्ति कम लगती है.
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इस मशीन से 10 से 12 इंच तक की ऊंची धान की पराली को एक ही बार में जोत कर गेहूं की बुवाई कर सकते हैं.
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किसान धान काटने के बाद 5 से 6 दिन जुताई कराने के बाद गेहूं की बुवाई कर सकते हैं.
सुपर सीडर मशीन की कीमत (Super seeder machine price)
इस मशीन की कीमत एक से ठाई लाख रुपए तक की होती है. इसकी मदद से किसान एक एकड़ जमीन की जुताई करीब 1 से 2 घंटे में कर सकते हैं. हालांकि, यह मशीन महंगी है, इसलिए छोटी जोत के किसानों तक इसकी ज्यादा पहुंच नहीं है. इस समस्या के समाधान के लिए किसानों ने सरकार से मांग की है कि सुपर सीडर मशीन पर सब्सिडी प्रदान की जाए.
जानकारी के लिए बता दें कि देश के अधिकतर राज्यों के किसानों को सुपर सीडर मशीन चलाने के लिए जागरूक किया जा रहा है. इस मशीन से गेहूं की बुवाई करने की जानकारी भी प्रदान की जा रही है. किसानों को बताया जा रहा है कि सुपर सीडर मशीन (Super Seeder Machine) पराली जलाने की मजबूरी से निजात दिला सकती है. किसानों को जागरबक करने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र भी लगातार प्रयास कर रहा है.
संपर्क सूत्र (Contact persons)
अगर किसी भी किसान भाई को सुपर सीडर मशीन (Super Seeder Machine) खरीदना है, तो वह यादवश्री रीपर बाईंडर (कंपनी ब्रांड) से संपर्क कर सकते हैं. यह कंपनी किसान भाईयों को होम डिलीवरी की सुविधा भी प्रदान करती है.
मोबाइल नंबर (Mobile number)
9109862272, 9827318291
पता (Address)
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बड़वानी बड़ौदा, राजमार्ग मनावर फाटा गणपुर चौकड़ी जिला धार एमपी 454335, भारत
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• 17/4 प्रेरणा द्वार श्रमिक कॉलोनी एबी रोड राव जिला इंदौर एमपी 453331,भारत
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• 22, बी.के. नगर, इंदौर रोड, जिला खरगोन एमपी 451001,भारत100