अगर आप किसान हैं और फल-सब्जियों की खेती करते हैं, तो यह खबर एक बार ज़रूर पढ़ लीजिए. दरअसल, किसानों के लिए एक हाइब्रिड ग्रीन हाउस ड्रायर तैयार किया गया है. इस ड्रायर में ताजा कटी हुई सब्जी, फल और जड़ी-बूटियों को सुखाया जा सकता है.
बता दें कि हाइब्रिड ग्रीन हाउस ड्रायर को ग्वालियर के माधव तकनीकी एवं विज्ञान संस्थान (एमआइटीएस) के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्राध्यापक मनोज गौर द्वारा तैयार किया गया है. यह पूरी तरह से सौर ऊर्जा से चलने वाला ड्रायर है. इसका आकार 2.1 वर्गमीटर का है. इस ड्रायर को घर की छत पर भी रखा जा सकता है. एक बार में 5 से 7 किलो फल सब्जी सुखाई जा सकती हैं.
पिछले 2 साल से कर रहे काम
प्रोफेसर गौर का कहना है कि वह पिछले दो साल से 6 हायब्रिड ग्रीन हाउस ड्रायर पर काम कर रहे हैं. इसकी खासियत तांबे के पाइप से गर्म पानी गुजारना है. बाजार में मौजूद ड्रायर बिजली से संचालित किए जाते हैं, जिसमें समय और पैसा, दोनों अधिक खर्च होते हैं. इसके साथ ही फल-सब्जी और जड़ी-बूटियों की गुणवत्ता भी प्रभावित हो जाती है. मगर इस ड्रयर की मदद से किसान फल-सब्जी और जड़ी-बूटियों की गुणवत्ता को सुरक्षित रख सकते हैं.
ऐसे करता है काम
आपको बता दें कि छोटे से बंद टेंटनुमा ड्रायर स्ट्रक्चर में हीट 2 विधियों से उत्पन्न की जाती है. पहला पालीकार्बोनेट शीट, जिससे ढका होने से इसमें ग्रीन हाउस प्रभाव उत्पन्न होता है. इसके साथ ही दूसरा सौर ऊर्जा, जिसमें गर्म हुए पानी को तांबे की नलियों से बने जालनुमा स्टैंड पर घुमाया जाता है. बता दें कि इस गर्म पानी के स्टैंड के ऊपर फल और सब्जियों को रखा जाता है. इस ड्रायर में डबल इफेक्ट होता है, इसलिए इसके अंदर का तापमान 75 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है. इस तापमान से सब्जी के अंदर मौजूद पानी का वाष्पीकरण होने लगता है. इस वाष्प को छोटे डीसी फैन की मदद से ड्रायर से बाहर निकाला जाता है. इस तरह अंदर का तापमान, लगातार अधिक बना रहता है, जिससे सब्जियों को जल्दी सुखाया जा सकता है. खास बात यह है कि इस तरह सब्जियों पर सीधे सूर्य की किरणें नहीं पड़ती हैं, जिससे उनके काले पड़ने की आशंका भी नहीं रहती है. इसके अलावा रंग, स्वाद व पोषक तत्व मौजूद रहते हैं.
खुले में फल-सब्जी सुखाने में लगता है अधिक समय
अगर खुले में फल, सब्जी या जड़ी-बूटियों को सुखाया जाए, तो इसमें अधिक समय लगता है, साथ ही उनका रंग भी बदल जाता है. ऐसे में ड्रायर का उपयोग किया जा सकता है. वैसे फैक्ट्री में इलेक्ट्रिक ड्रायर का उपयोग अधिक किया जाता है. मगर कई किसान सौर ऊर्जा से चलने वाला ड्रायर उपयोग कर रहे हैं. वैसे सौर ऊर्जा की मदद से गर्म पानी का उपयोग करने वाली यह नई तकनीक है. अब तक शायद ही ऐसा ड्रायर किसी ने देखा होगा.
मशरूम सुखाने के लिए ड्रायर का उपयोग
कुछ लोग मशरूम सुखाने के लिए ड्रायर का उपयोग करते हैं. खास बात यह है कि इससे मशरूम का रंग भी परिवर्तित नहीं होता है. मगर यह ड्रायर थोड़ा महंगा आता है, इसलिए हर कोई इसका उपयोग नहीं कर पा रहा है. बता दें कि यह सौर ऊर्जा के साथ वाटर हीटर का प्रयोग करने वाली एक अच्छी तकनीक है. इसमें समय की बचत होती है, साथ ही स्वाद और रंग भी नहीं बदलता है.
किसानों के लिए वरदान
प्रोफेसर गौर का कहना है कि जो किसान टमाटर, गोभी, लौकी, बैगन समेत अन्य फसलों की खेती करते हैं. उन्हें बाजार में वाजिब दाम नहीं मिल पाते हैं, क्योंकि वह सब्जियों को सुरक्षित नहीं रख पाते हैं. ऐसे में यह ड्रायर बहुत उपयोगी साबित हो सकता है. इस ड्रायर की मदद से किसान अपनी फसल को सुरक्षित रख सकते हैं, साथ ही ड्रायर में सुखाकर पैकिंग कर बेच सकते हैं. इस तरह बाजार में फल, सब्जियों समेत अन्य फसलों के वाजिब दाम मिल सकेंगे. ध्यान रहे कि ड्रायर में सुखाई गई सब्जियां पानी में उबालने पर अपने मूल रूप में दिखाई देने लगती हैं.
हाइब्रिड ग्रीन हाउस ड्रायर की कीमत
यह ड्रायर जल्द ही बाजार में उपलब्ध हो जाएगा. इसकी कीमत 60 से 70 हजार रुपए तय की गई है. भारत सरकार की संस्था इंटेलेक्चुअल प्रापर्टी आफ इंडिया (आइपी इंडिया) में हाइब्रिड ग्रीन हाउस ड्रायर का पेटेंट कराने के लिए आवेदन किया गया है. इसमें अंतिम चरण का क्लीयरेंस मिल गया है. बस अब सर्टिफिकेट मिलना बाकी रह गया है.