किसानों की आय उनकी फसलों की अच्छी उपज पर निर्भर होती है, क्योंकि जब किसानों की फसल में गुणवत्ता होगी, तभी बाजार में उसकी अच्छी कीमत मिलेगी. इसके लिए कृषि यंत्रों का उपयोग किया जाता है. वैसे कृषि में अनेक यंत्रों का उपयोग किया जाता है, जिन्हें कृषि यंत्र (agricultural machinery) कहते हैं.
इनका उपयोग खेतों की जुताई-बुवाई, खाद और कीटनाशक डालने, सिंचाई करने, फसलों की सुरक्षा के लिए, फसल कटाई, ढुलाई आदि के लिए होता है, लेकिन कृषि में ट्रैक्टर एक प्रमुख कृषि यंत्र माना गया है, जो किसानों के खेतों को नई तकनीकों से जोड़ने का काम करता है. यह एक महत्वपूर्ण मशीनों में से एक है.
आपको बता दें कि ट्रैक्टर कई प्रकार के छोटे-छोटे उपकरणों से मिलाकर बनाया जाता है, जिनका विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए. अगर इनका रखरखाव ठीक से नहीं होता है, तो कृषि के कामों में काफी असर पड़ता है. जैसे, ट्रैक्टर की दक्षता में कमी आना, अधिक ईंधन लगना, तेल का लीकेज होना आदि.
इसलिए ट्रैक्टर को कुशल और लागत प्रभावी बनाने के लिए मैकेनिक की सेवाओं का उपयोग करें, साथ ही सही ग्रेड के तेल और वास्तविक स्पेयर पार्ट्स का भी उपयोग करें. इसके अलावा ट्रैक्टर का समय-समय पर रख-रखाव और देखभाल करना बहुत ज़रूरी है. इसके लिए आज हम आपको कुछ खास टिप्स बताने जा रहे हैं, जिससे किसान भाई अपने ट्रैक्टर को ज्यादा समय तक उपयोग कर सकते हैं.
रोजाना ध्यान दें (Pay attention daily)
-
इंजन में तेल के स्तर को जांच लें.
-
रेडिएटर के पानी को जांचें और इसे फिर से भरें.
-
इसके अलावा एयर क्लीनर को साफ करते रहें.
हफ्ते में ध्यान दें (Pay attention to the week)
-
ट्रैक्टर के टायरों में हवा के दबाव को देखें. अगर दबाव कम है, तो टायरों में हवा भरवा लें.
-
बैटरी के जल-स्तर को भी जांच लें.
-
गियर बॉक्स में तेल के स्तर को देख लें.
-
क्लच शॉफ्ट और बेयरिंग, ब्रेक कंट्रोल, पंखे का वासर, सामने के पहिये का हब, टाई रॉड और रेडियस क्रॉस, आदि पर ग्रीस लगा लेना चाहिए.
-
इसके अलावा दैनिक रखरखाव करते रहें.
15 दिनों बाद ध्यान दें (Note after 15 days)
-
डायनमो और स्टार्टर में तेल लगा लेना चाहिए.
-
धुएं-ट्यूब में कार्बन को साफ़ करना चाहिए.
-
इसके अलावा इंजन तेल को बदल लेना चाहिए, इसके बाद ट्रैक्टर को थोड़े समय तक चालू रखें, जिससे पूरा तेल गर्म हो सके. इसके बाद नाली प्लग के माध्यम से तेल को बाहर निकाल दें और सही ग्रेड का ताजा भर दें.
-
अगर तेल फिल्टर कागज, तत्व, कपड़े, महसूस, आदि से बना है, तो उन्हें बदल देना चाहिए.
-
क्लच और ब्रेक के फील प्ले को जांच लें.
एक महीने बाद ध्यान दें (Note after a month)
-
15 दिनों वाले रखरखाव को दोहराते रहें.
-
अगर ट्रैक्टर के साथ मैनुअल में प्राथमिक डीजल फिल्टर को साफ करने की सलाह दी गई है, तो इसको साफ़ या फिर बदल दें.
-
बैटरी में पानी को जांच ले.
दो महीने बाद ध्यान दें (Note after two months)
-
सबसे पहले एक महीने वाले रखरखाव को दोहराते रहें.
-
डीज़ल फिल्टर के अन्य तत्व को बदल लेना चाहिए.
-
अनुभवी मैकेनिक से वॉल्व, इंजेक्टर और डीज़ल पंप की जांच करा लेना चाहिए.
-
डायनेमो और सेल्फ स्टार्टर को जांच लें.
चार महीने बाद ध्यान दें (Note after four months)
-
सबसे पहले दो महीने वाले रखरखाव को दोहराते रहें.
-
गियर बॉक्स के तेल को बाहर निकाल लेना चाहिए और इसमें सही ग्रेड के साफ तेल को भर लें. ऐसे ही बैक-एक्सल के तेल को बाहर निकालें और साफ तेल भरें.
-
हाइड्रॉलिक पंप के फिल्टर को भी साफ़ कर लेना चाहिए.
-
स्टीयरिंग ऑयल को बदल लेना चाहिए.