एस्कॉर्ट लिमिटेड कंपनी के ट्रैक्टर को एक बार फिर बड़ी सफलता हाथ लगी है. दरअसल फरीदाबाद में बने इस कंपनी के ट्रैक्टर को भारत सरकार ने देश का पहला सीएमबीआर प्रमाण पत्र दिया है.
बुदनी की तरफ से मिला सर्टिफिकेट (Certificate from Budni)
ये सम्मान बुदनी की तरफ से कंपनी को मिला है, जिसके बाद एस्कॉर्ट लिमिटेड देश की पहली इलेक्ट्रिक से चलने वाली प्रमाणित ट्रैक्टर बन गई है. बता दे कि बिजली से चलने वाली इस ट्रैक्टर की कीमत लगभग 15 लाख रुपए रखी गई है.
इन कामों में हो सकता है उपयोग (These works can be used)
इस ट्रैक्टर का उपयोग बड़ी आसानी से अंगूर, संतरे, पपीते, आदि बागवानी कायों के लिए हो सकता है. इसके साथ ही इसका उपयोग बोझा उठाने के लिए भी किया जा सकता है. बता दें कि इस ट्रैक्टर को एस्कॉर्ट लिमिटेड के फरीदाबाद शाखा ने बनाया है.
5 महीने हुआ परीक्षण (5 months trial)
एस्कॉर्ट द्वारा इलेक्ट्रिक से चलने वाले ट्रैक्टर को बनाने के बाद भारत सरकार के बुदनी स्थित संस्थान के पास लाया गया. यहां इसका पांच महीनों तक कड़ा परीक्षण किया गया, जहां ये सभी कसौटियों पर खरा उतरा.
चार घंटे बिना रूके चलेगा (Four hours non-stop)
बता दें कि एक बार अच्छे से चार्ज होने के बाद यह ट्रैक्टर चार घंटे तक दमदार प्रदर्शन कर सकता है. इसके अंदर 300 एंपियर की बैटरी लगाई गई है, जो 72 वोल्ट की है. मात्र 1150 किलो वाला यह ट्रैक्टर 400 किलो तक का वजन बड़ी आसानी से उठा सकता है.
इन कामों में हो सकता है उपयोग (These works can be used)
इस ट्रैक्टर का उपयोग बड़ी आसानी से अंगूर, संतरे, पपीते, आदि बागवानी कायों के लिए हो सकता है. इसके साथ ही इसका उपयोग बोझा उठाने के लिए भी किया जा सकता है. बता दें कि इस ट्रैक्टर को एस्कॉर्ट लिमिटेड के फरीदाबाद शाखा ने बनाया है.
आगे बदलाव जारी रहेगा (Further changes will continue)
इस बारे में कंपनी ने कहा कि फिलहाल इस ट्रैक्टर को प्रथम चरण में बनाया गया है, आने वाले समय में इसकी क्षमता बढ़ाई जाएगी. कंपनी का दावा है कि यह ट्रैक्टर डीजल से चलने वाले ट्रैक्टरों के मुकाबले 77 प्रतिशत अधिक किफायती होगा. आने वाले समय में इसका काम ग्रीन हाउसों, खड़ी फसलों एवं गहरे जुताई कार्यों, कीटनाशकों के छिड़काव आदि में किया जाएगा.