किसानों के लिए सबसे मुश्किल कार्य खेत की जुताई होती है. इसके लिए किसान अपने खेत में ट्रैक्टरों का इस्तेमाल (Use of tractors in the field) करते हैं. लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर किसानों के लिए ट्रैक्टर खरीदन बेहद मुश्किल होता है. क्योंकि ट्रैक्टर बहुत महंगे आते हैं, जो इनके बजट के बाहर होते हैं. ट्रैक्टरों की इतनी अधिक कीमत के चलते खेत की जुताई करने के लिए कुछ किसान भाइयों ने अपने खेत में देसी जुगाड़ अपनाया है. जिसकी मदद से आप अपने बजट के मुताबिक एक अच्छी कृषि मशीन (Agriculture Machine) को तैयार कर सकते हैं और कम समय में अपने पूरे खेत की अच्छे से जुताई भी कर पाएंगे. तो आइए इस बेहतरीन देसी जुगाड़ के बारे में विस्तार से जानते हैं...
बुलेट का देसी जुगाड़ (bullet ka desi jugaad)
अगर आप अपने खेत के लिए कम बजट में एक देसी मशीन चाहते हैं, तो यह उपकरण आपके लिए सबसे अच्छा साबित हो सकता है. दरअसल, यह उपकरण बुलेट, टैंपो व ट्रैक्टर का मिला-जुला स्वरूप है. जिसे आप महज 1.25 लाख रुपए में खुद तैयार कर सकते हैं. यह ट्रैक्टर की तुलना में खेत में अधिक समय तक कार्य करेगा. यानी कि यह खेत में प्रति घंटा डीजल की खपत 800 ग्राम तक करता है. इस बुलेट उपकरण को टीटीसी से भी प्रमाणित किया गया है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक किसान भाई ने अपनी बुलेट के पीछे कल्टीवेटर लगाकर इसे खेत की जुताई करने के लिए तैयार किया, जिसमें 3 पहिए, हाइड्रोलिक सिस्टम के साथ 5 फाल लगाए गए हैं. जो आगे से दिखने में एक दम बुलेट बाइक की तरह ही है और पीछे से खेत जुताई करने वाली मशीन है. इस बुलेट की मदद से फसल की दो लाइनों के बीच की खरपतवार की जुताई करने में आसानी होगी और साथ ही क्यारियां पर भी आप सरलता से मिट्टी को चढ़ा पाएंगे.
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बुलेट के देसी जुगाड़ का नाम सानेडो
इस देसी जुगाड़ को लेकर टीटीसी (TTC) के विशेषज्ञों का कहना है कि इस बेहतरीन जुताई की मशीन का नाम सानेडो रखा गया है, जिसमें 10HP का बेहतरीन शाक्तिशाली इंजन मौजूद है. यह खेत में प्रति घंटे 800 ग्राम डीजल की खपत करता है. इस देसी उपकरण को आप खेत की मिट्टी के अलावा सड़क पर भी सरलता से चला सकते हैं. इसके अलावा इसकी मदद से आप खेत में बड़ी मशीन को भी लगाकर चला सकते हैं. जैसे कि आप इसमें रोटावेटर को लगाकर चला सकते हैं.