अगले 2 दिन इन राज्यों में घना कोहरा छाए रहने की संभावना, पढ़ें आईएमडी की लेटेस्ट रिपोर्ट! खेती को बनाए आसान, वीएसटी 165 DI ES इलेक्ट्रिक स्टार्ट पावर टिलर इस्तेमाल कर कम लागत में करें ज्यादा काम! केले की पूरी फसल बर्बाद कर सकते हैं वायरल रोग, जानें इनके लक्षण और प्रबंधन! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 26 September, 2021 8:05 AM IST
Piles Problem

बवासीर एक ऐसी बीमारी है, जिसमें मरीज को मल त्याग के समय बहुत कठिनाई व दर्द होता है. इसे पाइल्स व हेमरॉयड्स भी कहा जाता है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि बवासीर की समस्या में गुदा के अंदर, बाहर व मलाशय का निचला हिस्सा सूज जाता है.

इस कारण असहनीय दर्द भी होता है. कई बार लोग झिझक के मारे डॉक्टर्स से इस बारे में बात नहीं कर पाते हैं, जिससे ना केवल परेशानी बढ़ती है, बल्कि संक्रमण का खतरा भी ज्यादा हो जाता है. आइए जानते हैं कि बवासीर के कारण, लक्षण व बचाव के उपाय–

क्यों होती है बवासीर की समस्या  (Why does the problem of hemorrhoids happen?)

बवासीर होने के कारणों में मुख्य तौर पर कब्ज़, पाचन संबंधी दिक्कतें, गैस की समस्या, स्ट्रेस और मोटापा शामिल है. इसके अलावा काफी देर तक खड़े रहने या भारी सामान ज्यादा उठाने से भी बवासीर की समस्या हो जाती है. इसके साथ ही अधिक तला-भुना खाने और रेशेदार खाद्य पदार्थों को ना खाने से बवासीर से पीड़ित हो सकते हैं.

बवासीक की समस्या के लक्षण (Symptoms of piles problem)

  • एनस के अंदर-बाहर के हिस्से व रेक्टम में सूजन होना.

  • रक्त वाहिकाओं में भी स्वेलिंग होने लगती है

  • मलाशय के आस-पास गांठ या मस्सा जैसा महसूस होता है.

  • इसमें दर्द या फिर खून आ सकता है.

  • मल त्याग के बावजूद पेट साफ न होना

  • पीड़ा, खुजली व जलन होना

  • बार-बार शौच जाने की इच्छा

  • शौच के वक्त म्यूकस का आना

बवासीर की समस्या से बचने के उपाय (Remedies to avoid the problem of haemorrhoids)

  • बवासीर की समस्या से बचाव के लिए लोगों को कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए.

  • वजन पर संतुलन रखें

  • लगातार पानी पीते रहें

  • डाइट में फाइबर से भरपूर फूड्स खाएं

  • विशेषज्ञ मानते हैं कि एलोवेरा पल्प को खाने से इसका इलाज संभव है.

  • इससे बचने के लिए सेब का सिरका, अंजीर, नींबू, पपीता, पका केला, जीरा और अजवाइन भी लाभकारी है.

बवासीर की समस्या में क्या ना करें (What not to do in the problem of piles)

  • एक ही जगह पर ज्यादा देर तक न बैठें

  • भारी वस्तुओं को न उठाएं

  • शौचालय में अधिक समय न लगाएं

  • खानपान को लेकर सतर्क रहें.

  • ज्यादा तेल-मसाला वाले भोजन से परहेज करें

  • जंक फूड, तेल, घी, राजमा और मसूर की दाल को खाने से बचें.

English Summary: treatment of piles problem
Published on: 25 September 2021, 01:16 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now