थायराइड आज के समय में बहुत कॉमन सी बीमारी हो गई है, आपकी जानकारी के लिए बता दे कि देश की चार करोड़ से भी ज्यादा आबादी थायराइड की शिकार है जिसमे से 90% लोग इस बीमारी से अपरिचित है. आज के इस पढ़े लिखे युग में आज की जनता हर चीज़ से परिचित है लेकिन थायराइड जैसी बीमारी से अपरिचित है. यह रोग ज्यादातर महिलाओं में पाया जाता है इस रोग के बढ़ने का कारण यही है कि यह रोग उम्र की बढ़ती एक्टिविटी के साथ बढ़ता है.
थायराइड के लक्षण (Symptoms of Thyroid)
वज़न बढ़ना (Gaining weight)
मेटाबॉलिज्म के कारण जो हम खाना कहते हैं वो शरीर को नहीं लगता और वसा के रूप में जमा हो जाता है इससे वजन बढ़ता है.
चिड़चिड़ा होना (To be irritable)
अगर थायराइड ग्रंथि कम मात्रा में थायरॉक्सिन उत्पन्न करती है तो इससे डिप्रेशन वाले हार्मोन एक्टिव हो जाते है, जिसके कारण रात को नींद पूरी नहीं होती और चिड़चिड़ापन होने लगता है.
सुस्ती, कमज़ोरी आना (Lethargy, weakness)
जो खाना हम खाते है वो शरीर में नहीं लगता बल्कि वसा के रूप में जम जाता है जिससे वज़न तो बढ़ता है लेकिन एनर्जी नहीं रहती जिसके कारण आलस और कमज़ोरी रहती है.
थकान जल्दी होना (Get tired quickly)
मेटाबॉलिज्म पर थायरॉक्सिन के कारण जब खाना शरीर को एनर्जी नहीं दे पाता तो थकान होने लगती है जो की थायराइड के लक्षण हो सकती है.
थायराइड का इलाज (Thyroid treatment)
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि थायराइड का कोई इलाज़ नहीं है. थायराइड के मरीज को लाइफटाइम सुबह खाली पेट गोली लेनी होती है. इसके साथ ही थायराइड को रोकने के लिए रोज योगा और संतुलित भोजन करना चाहिए, आहार में हरी सब्ज़िओं का सेवन करना चाहिए.