महिलाएं हमेशा सुंदर और स्टाइलिश दिखना चाहती हैं. इसके लिए वे अपने बालों में भी कई तरह के हेयरस्टाइल ट्राई करती हैं. मौजूदा समय में महिलाओं का रिबॉन्डिंग कराना काफी फैशन में है, जिससे हमारे बाल एकदम सीधे और खूबसूरत लगने लगते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका सीधा प्रभाव बालों की सेहत पर पड़ता है? बता दें कि रिबॉन्डिंग में कई ऐसे केमिकल का उपयोग किया जाता है, जो बालों को जड़ से खराब करना शुरू कर देते है. ऐसे में जो महिलाएं रिबॉन्डिंग कराने की सोच रही हैं, वह एक बार इस लेख को ज़रूर पढ़ें, जिसमें हम आपको रिबॉन्डिंग से होने वाले साइड इफेक्ट्स के बारे में बताने जा रहे हैं.
कैंसर का खतरा
बालों को केमिकल रिबॉन्डिंग और मैकेनिकल स्ट्रेंथनिंग से सीधा किया जाता है. इन केमिकल से नाक, गले और चर्म में कैंसर बनने की संभावना होती है. इस केमिकल की वजह से दुर्लभ कैंसर जैसे नेसोफेरिंगियल कैंसर भी हो सकता है.
बालों की फ़िजीनेस
रिबॉन्डिंग का बालों की सेहत पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है. इससे बाल रूखे और बेजान हो जाते हैं, साथ ही आपके लुक को पूरी तरह से खराब कर देते हैं. इससे बचने के लिए बालों में कंडीश्नर का उपयोग कर सकते हैं. इसके अलावा बालों में कोकोनट ऑयल, दूध और ऑलिव ऑयल का हेयरमास्क भी कर सकते हैं.
बाल टूटने का खतरा
रिबॉन्डिंग से बाल रूखे होकर टूटने और गिरने लगते हैं. इसका मुख्य कारण केमिकल और हीटिंग उपकरणों का इस्तेमाल होता है. इसकी वजह से बालों की जड़ें कमज़ोर होने लगती हैं, साथ ही बाल दोमुहे होने लगते है.
चमक खो जाती है
बालों की असली चमक खो जाती है. बाल की सेहत भी स्वस्थ नहीं रहती है. ऐसा नैचुरल ऑयल्स की कमी की वजह से होता है.
शरीर पर जलन
रिबॉन्डिंग करने पर फोरमल्डिहाइड गैस बाहर निकलती है, जो काफी नुकसानदायक होती है. यह गैस फ्लैट आयरन और ब्लो ड्रायर्स में होती है, जिससे त्वचा, आंख, नाक और फेफड़ों में जलन हो सकती है.
सिर में खुजली
रिबॉन्डिंग का असर आपके सिर और त्वचा पर भी पड़ सकता है. बता दें कि इससे बालों को मॉइश्चराइज़ होने के लिए पर्याप्त ऑयल नहीं मिलता है, जिससे सिर में खुजली की समस्या होती है, तो वहीं सिर के आसपास की जगह पर भी असर पड़ता है.
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