सरसों के दानों का तड़का किसी भी व्यंजन का स्वाद बढ़ा देता है. इसके बीज भारतीय व्यंजनों में उपयोग किए जाने वाले सबसे आवश्यक मसालों में से एक हैं. इससे व्यंजनों का स्वाद और सुगंध बढ़ जाती है, साथ ही यह मसाला यूरोपीय और अमेरिकी व्यंजनों के बीच भी लोकप्रिय है.
सरसों बीज से फायदा (Benefits of mustard seed)
ये छोटे मनके जैसे सरसों के बीज बहुत स्वस्थ और पौष्टिक होते हैं. ये बीज पूरी तरह से विटामिन और खनिजों से भरे हुए होते हैं. यह कुछ गंभीर स्वास्थ्य मुद्दों से लड़ने में आपकी मदद भी करते है.
दुनिया में सबसे आसानी से उपलब्ध मसालों में, सरसों के बीज का एक मात्र तड़का आपको इन चार प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं से लड़ने में मदद कर सकता है. तो आइए जानते है इसके फायदों के बारे में...
सरसों के बीज कैंसर को रोकने में मदद करता है. इसके बीजों में ग्लूकोसाइनोलेट्स और मायोसिनेस का एक अच्छा स्रोत हैं, जो शरीर में कैंसर पैदा करने वाली कोशिकाओं को नियंत्रित करने के लिए सिद्ध होते हैं. अध्ययनों के अनुसार, इन बीजों में कीमो-निवारक गुण भी होते हैं और यह कार्सिनोजन के प्रभाव को कम करने में भी सहायक माने जाते हैं.
इसका सेवन पाचन तंत्र को मजबूत करने में मदद करता है. बाहरी खान-पान के कारण अपच की समस्या बहुत आम हो गई है. यदि आप भी पाचन सम्बंधित समस्या का सामना कर रहे हैं, तो आपको अपने आहार में सरसों के बीज लेना शुरू करना चाहिए. इसके बीज में फाइबर का एक अच्छा स्रोत हैं और जो कुछ ही दिनों में आपके पाचन तंत्र को मजबूत कर सकते हैं.
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बहुत कम लोग जानते हैं कि सरसों के बीज हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में भी बहुत सहायक होते हैं. अगर आपको या फिर आपके किसी जानकार को हृदय संबंधी समस्या हैं, तो उन्हें सरसों के बीज अपने आहार में शामिल करने की सलाह दें.
इसके अलावा सरसों के तेल को भी खाना बनाने में शामिल कर सकते है. क्योंकि इसमें पाए जाने वाले खनिज आपकी हड्डियों को मजबूत बनाने के साथ -साथ आपके नाखूनों, बालों और दांतों को भी मजबूत करते है.