सर्दियों में शरीर को कई तरह की बीमारियां जैसे, सर्दी, जुकाम, फ्लू, गले में खराश, इन्फेक्शन, ब्रेन स्ट्रोक व लकवा जैसी गंभीर बीमारी के होने का खतरा बढ़ जाता है. अगर लकवा की बात की जाए, तो सर्दियों में ज़्यादातर इसी से जुड़े मामले सामने आते हैं. अक्सर ठंड में लोगों के शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सही तरह से नहीं हो पाता है, इसलिए उन्हें लकवा का अटैक पड़ जाता है. आइए आको लकवा से बचने के कारण और लक्षण बताते हैं.
लकवा के लक्षण (Symptoms of Paralysis)
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शरीर के एक हिस्से का स्तब्ध होना
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कमजोरी आना
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बोलने में परेशानी होना
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स्वभाव में बदलाव आना
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चेहरे का टेढ़ा होना
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लोगों की बातों को समझने में परेशानी होना
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आंखों से देखने में परेशानी
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शरीर में दर्द और बैचेनी होना
लकवा होने के कारण (Reason to Paralysis)
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शरीर में कोलेस्ट्रॉल का मात्रा बढ़ना
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सर्दियों में ब्लड प्रेशर बढ़ना, जिससे दिमाग की नस भी फट सकती है.
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अगर सर्दियों में ब्लड वेसल्स ज़्यादा पतला हो जाए, तो ब्लड सर्कुलेशन सही तरह से नहीं होता है.
लकवा का इलाज (Treatment of Paralysis)
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सर्जरी या डिस्सेकशन
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व्यावसायिक चिकित्सा/ऑक्यूपेशनल थेरेपी
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स्पास्टिक पैरालिसिस
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फिजिकल थेरेपी
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मोबिलिटी एड्स
लकवा से बचने के उपाय (Ways to Avoid Paralysis)
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लाइफस्टाइल में बदलाव आएं
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शारीरिक रूप से सक्रिय
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रोज़ाना एक्सरसाइज करें
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धूम्रपान के सेवन से दूरी बनाएं
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शराब का सेवन न करें
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सर्द हवाओं से बचकर रहें
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ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर की रोज़ाना जांच करें
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दुर्घटनाओं से बचकर रहें