आज के समय में भी लोग अंग्रेजी दवा से ज्यादा आयुर्वेद की दवा से अधिक भरोसा करते हैं. शायद यहीं कारण है कि अब लोगों को भी आयुर्वेद की अहमियत समझ में आने लगी है, कि यह लोगों के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आयुर्वेद एक तरह की चिकित्सा प्रणाली है, जिसमें लगभग हर एक तरह की बीमारियों का इलाज किया जाता है. इन्हीं से कुछ ऐसे घरेलू नुस्खों से भी लोग अपनाकर अपने स्वास्थ्य को ठीक रख रहे हैं. तो आइए आज हम आपको ऐसे ही कुछ घरेलू नुस्खों के बारे में बताएंगे, जो आपके लिए बेहद लाभकारी साबित होंगे. यह घरेलू नुस्खा नीम, तुलसी और गिलोय के जूस का है...
नीम, तुलसी और गिलोय जूस के फायदे (Benefits of Neem, Tulsi and Giloy Juice)
आयुर्वेद के मुताबिक नीम, तुलसी और गिलोय के जूस कई तरह के गुणों से भरपूर होता है, इसके जूस को पीने से व्यक्ति को कई खतरनाक बीमारियों से छुटकारा मिलता है.
बता दें कि इन तीनों के जूस को एक साथ मिलाकर पीने से व्यक्ति का इम्यून सिस्टम स्ट्रांग होता है. इसके अलावा बार-बार होने वाली सर्दी, जुकाम आदि छोटी-मोटी बीमारियों के लिए यह रामबाण है. कई केस में तो यह भी देखा गया है कि इसे नियमित रूप से पीने से व्यक्ति का शुगर लेवल भी नियंत्रित में बना रहता है और साथ ही बीमार में इन तीनों के जूस को पीने बुखार में भी राहत मिलती है.
व्यक्ति अपनी सुविधा के मुताबिक, नीम, तुलसी और गिलोय तीनों का जूस अलग-अलग कर के भी पी सकते हैं, लेकिन अगर आप इन तीनों का जूस एक साथ मिलाकर पीएंगे, तो आपको ज्यादा फायदा पहुंचेगा. डायबिटीज वाले व्यक्तियों को इन तीनों का मिश्रण कर जूस जरूर पीना चाहिए.
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इसके सेवन से आपका लिवर शक्तिशाली बनता है. इसे आप प्रतिदिन सुबह खाली पेट भी पी सकते हैं.
जिन व्यक्तियों को सांस लेने में परेशानी आती है, वह प्रतिदिन इस जूस का सेवन करें. ऐसा करने से आपके फेफड़े मजबूत (strong lungs) बनेंगे और साथ ही अस्थमा जैसी बीमारियां भी दूर होंगी.