फालसा एक ऐसा फल है, जो देखने में छोटा होता है और गर्मियों में उगाया जाता है. इसकी तासीर ठंडी होती है और गर्मियों में शरीर की लिए बड़ी लाभदायक होती है. आज के इस लेख में हम आपको फ़ासला के उपयोग और उससे जुड़ी सभी जानकारियों के बारे में बताएंगे. तो आईये चलते हैं फिर इस छोटे से फल, फालसा के सफर पर.
सर्दी के जाते ही गर्मी की शुरुआत होती है और चिपचिपाहट भरी गर्मी अपने साथ बीमारियों का भंडार लेकर आती है. इस मौसम में मौसमी फल और सब्जियां बीमारियों से लड़ने में मददगार होते हैं. ठीक उसी तरह फालसा भी गर्मी के मौसम में बीमारियों से लड़ने में मदद करता है. फालसा बहुत ही छोटा और नाजुक सा फल होता है.
यह बस गर्मियों में ही नजर आता है, वह भी मई-जून के महीने में. लेकिन गुणों के मामले में इसकी बात करें, तो यह बहुत ही मजबूत होता है. इसमें अनगिनत विटामिन और मिनरल होते हैं, जो कि गर्मी में लू से बचाने में सहायक होते हैं. फालसा रूप में बहुगुणी होता है और अगर एक शब्द में कहें, तो ये एक प्रकार की टॉनिक का काम करता है.
फालसा का इतिहास
फालसा के इतिहास के बारे में बात करें, तो यह बहुत पुराना है. दरअसल, इसकी यात्रा भारत के प्राचीन आयुर्वेद से शुरू होती है और भारतीय उपमहाद्वीप के सभी देशों में जाकर समाप्त होती है. आयुर्वेद के प्राचीन ग्रंथों में फालसे का वर्णन ‘परूषकं’ के नाम से किया गया है.
साथ ही इसके रस( शरबत) का भी जिक्र किया गया है. आजकल यह भारत के अलावा नेपाल, पाकिस्तान, कंबोडिया, थाइलैंड और लाओस में भी पाया और उगाया जाता है. इसकी नाजुकता की वजह से यह दूसरे देशों तक ना पहुँच कर सिर्फ भारतीय उपमहाद्वीप तक ही सिमित है.
फालसा के पेड़ से जुड़े कुछ तथ्य
फालसा के पेड़ की अगर बात करें, तो यह छोटा, मुलायम और पीले रंग का झाड़ीदार पेड़ होता है. इसके तने की त्वचा-खुरदरी, हल्के भूरे और सफेद रंग की होती है. इसके फल गोल, बड़े मटर या जंगली झरबेरी जैसे धूसर रंग के होते हैं. कच्चे होने पर इसके फल हरे रंग के होते हैं तथा पकने पर बैंगनी रंग और लाल रंग में तब्दील हो जाते हैं. इसके फलों का स्वाद खट्टा व मीठे होता है.
फालसा के फ़ायदे
फालसा में एन्टीऑक्सिडेंट, पोटाशियम, कैल्शियम, विटामिन ए, प्रोटीन, फॉस्फोरस जैसे अनगिनत गुण होते हैं, जो कि पेट की जलन व रक्त संबंधी बीमारियों में लाभकारी होते हैं.
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गर्मी में इसके जूस को अमृत के समान माना जाता है, क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है. साथ ही इसकी एक और विशेषता यह भी है कि यह यूरिन संबंधी समस्याओं को रोकता है और यूरिन की जलन को भी शांत करता है.