कई लोगों में ब्लड क्लॉटिंग यानी खून के थक्के बनने की समस्या बढ़ती जा रही है. इसका मुख्य कारण आज की बदलती लाइफस्टाइल को माना जाता है. जब शरीर में खून एक जगह इकट्ठा हो जाता है, तो नसों में खून के थक्के बनने लगते हैं. यह धीरे-धीरे शरीर को काफी प्रभावित करता है. आमतौर पर इसके शुरुआती स्तर पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ता है, लेकिन अगर यह बढ़ जाए, तो गंभीर परिस्थितियों का रूप धारण कर सकता है. ऐसे में जरूरी है कि आप ब्लड क्लॉटिंग के शुरुआती संकेतों को पहचान लें और उसका समय रहते इलाज भी करा लें. आइए आपको इसके संकेतों के बारे में जानकारी देते हैं.
मस्तिष्क में ब्लड क्लॉटिंग
आपके दिमाग में भी खून का थक्का बन सकता है. इसके लक्षण की बात करें, तो अगर आपके सिर में अचानक दर्द होता है, तो यह मस्तिष्क में ब्लड क्लॉटिंग का संकेत हो सकता है. इसके अलावा अचानक बोलने या देखने में समस्या होती है.
पेट में ब्लड क्लॉटिंग
अगर पेट में ब्लड क्लॉटिंग होता है, तो पेट दर्द और सूजन इसके लक्षण होते हैं. इसके अलावा पेट के वायरस या फूड पॉइजनिंग के संकेत भी हो सकते हैं. अगर आपको इस तरह की कोई समस्या है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें.
हाथ या पैर में ब्लड क्लॉटिंग
अगर आपके पैरों या हाथों में सूजन, दर्द और ऐंठन है, तो यह ब्लड क्लॉटिंग के संकेत हो सकते हैं. आप इसे नजरअंदाज बिल्कुल न करें और जल्द ही अपने डॉक्टर से संपर्क करें.
दिल में ब्लड क्लॉटिंग
अगर दिल में खून के थक्के बन जाए, तो यह एक गंभीर समस्या होती है, क्योंकि इससे आपको दिल का दौरा भी पड़ सकता है. अगर इसके शुरुआती लक्षणों की बात करें, तो सांस की तकलीफ, धड़कनों का तेज दौड़ना और सोने पर सांस लेने की तेज आवाज आना आदि शामिल हैं. अगर आपको इस तरह की कोई समस्या है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें.