देश अभी कोरोना जैसी महामारी से उभर ही पाया था कि एक और वायरस ने लोगों को मौत के आगोश में लेना शुरू कर दिया है. यह मौत का वायरस है जिसे निपाह वायरस के नाम से जाना जाता है. आपको बता दे कि इस जानलेवा वायरस से लोगों की मौत की खबर भी आना शुरू हो गई है. फिलहाल यह मौतें अभी केवल केरल तक ही सीमित हैं. प्रदेश और देश की सुरक्षा को देखते हुए केरल सरकार ने इसका कारण निपाह वायरस के लिए अलर्ट जारी कर दिया है.
निपाह वायरस से हुई मौत की पुष्टि
इससे पहले केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों की एक टीम को केरल भेजा था क्योंकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने पुष्टि की थी कि राज्य में दो "अप्राकृतिक मौतें" निपाह वायरस के कारण हुईं. अब सरकार इसके कारणों का पता लगा रही है. पहली मौत 30 अगस्त को और दूसरी मौत 11 सितंबर को हुई थी. निपाह वायरस से दो लोगों की हुई मौत पर केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि राज्य सरकार कोझिकोड में हुई दो "अप्राकृतिक मौतों" को बहुत गंभीरता से ले रही है और स्वास्थ्य विभाग ने जिले में अलर्ट जारी किया है. जिन अस्पतालों में अभी तक पूरी सुविधाएं नहीं थी या सुविधाओं की कमी थी तो उनके लिए भी जल्द ही व्यवस्थाएं व्यवस्थित की जा रही हैं.
स्वास्थ्य मंत्री ने स्थानीय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को अपने क्षेत्रों में कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया है. एहतियात के तौर पर, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोझिकोड मेडिकल कॉलेज में एक आइसोलेशन सुविधा के लिए भी निर्देश दिया है. इससे पहले केरल में 2018 में कोझिकोड और मलप्पुरम जिलों में निपाह वायरस का प्रकोप हुआ था. इसके बाद साल 2021 में कोझिकोड में निपाह वायरस का एक मामला सामने आया था.
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ऐसे पहचानें निपाह वायरस के लक्षण
अगर आप को नीचे दिए गए रोगों में कोई भी होने के संकेत हों तो आपको बहुत ही जल्द जांच करा कर उसका संभव इलाज कराना चाहिए. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, निपाह वायरस खजूर के पेड़ पर स्थित चमगादड़ों के कारण होता है और यह मनुष्यों के साथ-साथ जानवरों के लिए भी संभावित रूप से घातक है.
यह श्वसन संबंधी बीमारी के साथ-साथ बुखार, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द, बुखार, चक्कर आना और मतली का कारण भी माना जाता है.