बहुत से लोग बवासीर की बीमारी (Hemorrhoids disease) से हर रोज परेशान रहते हैं और अपने काम पर ढंग से ध्यान नहीं लगा पातें है. ऐसे में उन्हें यह समझ नहीं आता है कि दवाई का सेवन करने से भी उनकी यह परेशानी ठीक नहीं हो पा रही है. इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके सेवन से आपको कुछ ही दिनों में बवासीर की बीमारी से राहत और छुटकारा मिल सकेगा.
बवासीर में किन खाद्य पदार्थ का करें सेवन (What foods to consume in piles)
गेहूं की भूसी और कटा हुआ गेहूं (Wheat Bran and Shredded Wheat)
गेहूं की भूसी और कटे हुए गेहूं में अघुलनशील फाइबर होता है, जो मल को बल्क देता है और इसे पास करना आसान बनाता है.
प्रून्स (Prunes)
Prunes सूखे बेर होते हैं और सूखा आलूबुखारा फाइबर से भरपूर होता है. सिर्फ आधा कप स्ट्यूड प्रून में लगभग 3.8 ग्राम फाइबर होता है. सूखे आलूबुखारे भी पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराने में मदद कर सकते हैं. जिसका अर्थ है कि एक व्यक्ति को इतनी बार खाने की आवश्यकता नहीं होगी. प्रून्स में फिनोल नामक यौगिक गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम में एक जीवाणुरोधी एजेंट के रूप में भी कार्य कर सकते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा कम हो जाता है.
सेब (Apple)
सेब में लगभग 4.4 ग्राम फाइबर होता है, जो इसे सबसे अधिक फाइबर युक्त फलों में से एक बनाता है. और यह पाइल्स से लड़ने में भी सहायक है.
नाशपाती (Pear)
नाशपाती फाइबर और अन्य यौगिकों में अविश्वसनीय रूप से उच्च होती है, जो बवासीर वाले लोगों को लाभ पहुंचा सकती है. अपनी त्वचा के साथ एक नाशपाती में लगभग 6 ग्राम फाइबर हो सकता है. नाशपाती में फ्रुक्टोज भी होता है, जो एक प्राकृतिक रोचक के रूप में कार्य कर सकता है.
जौ (Barley)
जौ β-ग्लूकेन नामक फाइबर से भरपूर होता है, जो कोलन में टूटकर एक चिपचिपा जेल बनाता है और मल को नरम करता है. शोध से यह भी पता चलता है कि जौ का सेवन पेट के अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकता है.
खट्टे फल (Citric Fruits)
नींबू, संतरे और अंगूर जैसे खट्टे फलों के मांस को ढकने वाली आंतरिक त्वचा में बहुत अधिक फाइबर होता है. टमाटर की तरह, खट्टे फलों में भी नारिंगिनिन होता है, एक यौगिक जिसका रेचक प्रभाव होता है. इनमें बहुत सारा पानी भी होता है, जो कब्ज को कम करने में मदद करता है.
कॉर्न (Maize)
पके हुए स्वीट कॉर्न के एक कप में लगभग 4.2 ग्राम फाइबर होता है. बवासीर के इलाज के लिए लोग प्राचीन काल से मकई का उपयोग करते आ रहे हैं. ऐसा शायद इसलिए है, क्योंकि फाइबर के अलावा, मकई में मजबूत एंटीऑक्सिडेंट भी होते हैं जो मुक्त कणों और अन्य यौगिकों से सेलुलर क्षति को रोकते हैं जो दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं.
दालें (Pulses)
बवासीर में लड़ने में दालें, छोले, लीमा बीन्स और स्प्लिट मटर फाइबर के सबसे अच्छे स्रोतों में से हैं. एक कप पकी हुई दाल में लगभग 15.6 ग्राम फाइबर होता है.
जामुन (Blackberry)
जामुन में बहुत सारा पानी होता है, जो मल को नरम करने में मदद करता है और पाचन तंत्र को सुचारू रूप से चलने में मदद करता है. इनमें फ्रुक्टोज भी होता है, जिसका प्राकृतिक रेचक प्रभाव होता है.
शकरकंद और आलू (Sweet Potatoes and Potatoes)
आलू और शकरकंद में घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह के फाइबर होते हैं. कुछ शोधों में यह भी पाया गया है कि शकरकंद के फाइबर में भी अन्य सब्जियों की तुलना में अधिक मजबूत रेचक प्रभाव होता है.
ब्रोकोली (Broccoli)
एक कप उबली हुई ब्रोकली में लगभग 5.1 ग्राम फाइबर होता है. ब्रोकोली में सल्फोराफेन नामक एक यौगिक भी होता है, जो पाचन में सुधार और आंत की रक्षा करने में मदद कर सकता है.