ओट्स (जई) स्वास्थ्यप्रद और पौष्टिक अनाजों में से एक है. यह लस मुक्त साबुत अनाज और आवश्यक विटामिन, खनिज, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट का एक अच्छा स्रोत माना जाता है. अध्ययनों से पता चला है कि जई और दलिया के कई स्वास्थ्य लाभ हैं जैसे- यह वजन घटाने में मदद करता है.
रक्त शर्करा के स्तर को कम कर हृदय रोग के खतरे से बचाता है. प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होता है जो आपकी ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने और आपके दिनचर्या को स्वस्थ रखने में मदद करता है. तो आइए जानते है ओट्स (जई) खाने के फ़ायदों के बारे में..
ओट्स के फायदे (Benefits of Oats)
ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करता है (Controls blood sugar level)
ओट्स (जई) ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है और टाइप -2 डायबिटीज के खतरे को कम करता है इसलिए मधुमेह रोगियों को नियमित रूप से ओट्स (जई) का सेवन करना चाहिए. उच्च फाइबर और कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट इस पूरे भोजन के रूपांतरण को सरल शर्करा में बदल देते हैं और बीटा-ग्लूकन भोजन से पहले रक्त शर्करा के स्तर में गिरावट को रोकता है और भोजन के बाद वृद्धि को धीमा कर देता है.
हृदय रोग को रोकता है (Prevents heart disease)
ऐसा कहा जाता है किओट्स (जई) में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट हृदय रोग और आहार फाइबर के लिए फायदेमंद होते हैं, खराब कोलेस्ट्रॉल या एलडीएल को कम करने में मदद करता है बिना किसी खराब कोलेस्ट्रॉल केओट्स (जई) में प्लांट लिगनेन मौजूद होता हैं, जो विशेष रूप से एंटरोलैक्टोन जो हृदय रोग से बचाता है. इसलिए, यह हृदय को स्वस्थ रखते हुए कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है.
कब्ज से बचाता है (Prevents constipation)
ओट्स (जई) फाइबर का एक बहुत समृद्ध स्रोत है, यह घुलनशील और अघुलनशील है जो मल त्याग को विनियमित करने में मदद करता है और इस प्रकार कब्ज को रोकता है. अगर आप अपने दैनिक आहार मेंओट्स (जई) को शामिल करते हैं तो यह कब्ज की समस्या को दूर रखेगा.
उच्च रक्तचाप को कम करता है (Reduces High Blood Pressure)
यदि आप उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं, तोओट्स (जई) ( जई )का दैनिक सेवन इस समस्या से लड़ने में मदद करेगा और बदले में, उच्च रक्तचाप के जोखिम को कम करेगा. आप इस स्वस्थ भोजन को नाश्ते के रूप में या दोपहर के भोजन के समय में भी शामिल कर सकते हैं.
ओट्स खाने के नुकसान ( Side effects of Oats )
वैसे तो ओट्स खाने के कोई नुकसान तो नहीं है लेकिन कहा जाता है कि अगर हम किसी चीज का हद से ज्यादा सेवन करते है तो वह हमारे लिए जहर के सामान मानी जाती है. अगर हम ओट्स की बात करें तो यह खेतों में गेहूं और जौ के साथ ही उगाया जाता है जिस वजह से इसमें गुलेटिन होने की संभावना बढ़ जाती है. जिससे कई लोगों को इसके ज्यादा सेवन से डायरिया, पीठ दर्द संबंधित समस्या होने का खतरा रहता है.
ओट्स रेसिपी (Oats Recipes)
ओट्स इडली (Oats idli)
एक कपओट्स (जई) लें, उसमें थोड़ा दही मिलाएं और 30 मिनट के लिए अलग रख दें. अब बैटर को इडली बर्तन या मेकर में रख दें. स्वस्थ और स्वादिष्टओट्स (जई) (जई) इडली का आनंद लें.
ओट्स उपमा (Oats upma)
एक पैन लें, उसमें थोड़ा सा तेल डालें. अब इसमें कुछ मौसमी सब्जियां डालें. सब्जियां भूरी हो जाने के बाद, इसमें थोड़ा साओट्स (जई) और पानी डालें. इसे धनिया पत्ती से गार्निश करें.
ओट्स खिचड़ी (Oats khichdi)
ओट्स खिचड़ी को सामान्य सब्जी खिचड़ी की तरह ही बनाया जाता है. इसे और अधिक स्वादिष्ट बनाने के लिए कुछ सब्जी और मूंग की दाल डालें.