आज के समय में गांव से लेकर शहरों में रहने वाले लोग अपने घरों में कई तरह की फसलों को उगा रहे हैं. इसके लिए वह घरेलू से लेकर वैज्ञानिक तकनीकों को अपना रहे हैं. अगर आप भी अपने घर में कोई अच्छी फसल की खेती (crop farming) करना चाहते हैं. वो भी कम बजट में तो यह लेख आपके लिए अच्छा विकल्प साबित हो सकता है.
दरअसल, आज हम आपके लिए एक बेहतरीन तकनीक लेकर आए हैं, जिसकी मदद से आप अपने घर में आलू की खेती (Farming of potato) और अन्य कई फसलों से अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकते हैं. बता दें कि जिस तकनीक की हम बात कर रहे हैं, वह कंद है. अब आप सोच रहें होंगे कि यह कंद क्या है और वहीं कुछ लोग इसे कंद शब्द से अच्छे से परिचित होंगे.
कंद क्या है ? (What is a Tuber?)
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कंद एक तरह का भूमिगत तनों व प्रकंदों का भाग होता है. यह कंद कुछ ही तरह के पौधों में पाएं जाते हैं, जैसे कि आलू, शकरकंद, कसावा, गाजर और मूली आदि. देखा जाए तो कंद जड़ों वाली सब्जियों में सबसे अधिक होती है.
कंद की विशेषताएं (Characteristics of tubers)
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कंद पौधों का एक अंग होता है, जो मिट्टी के अंदर उगता है.
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इसमें कार्बोहाइड्रेट (कार्बोहाइड्रेट, शर्करा) को संग्रहित करने का अच्छा स्रोत होता है.
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कंद में पानी और कार्बोहाइड्रेट को स्टार्च के रूप में रखने में मदद मिलती है.
कंद कई तरह के होते हैं
देखा जाए तो कंद कई तरह के पाए जाते हैं और उन सभी की अलग-अलग विशेषताएं होती है. तने वाला कंद, जड़ कंद आदि.
तने कंद: इस तरह के कंद भूमि की मिट्टी के सबसे अधिक करीब होते हैं. यह मिट्टी में बहुत ही अधिक तेजी से बढ़ते हैं. इसमें जड़ों, तनों और पत्तियों का अच्छे से विकास होता है.
जड़ कंद: यह कंद मोटी होती हैं और अधिक पैदावार का काम करती है. जड़ जमीन की तरफ बढ़ती है. यह भी पाया गया है कि जड़ कंद नए पौधे विकसित करने में विफल रहती हैं. तो आइए अब कुछ सब्जियों के बारे में जानते हैं, जिनमें कंद की मदद से अच्छी पैदावार प्राप्त की जा सके.
आलू (Potato) : अगर आप अपने घर में आलू की खेती करना चाहते हैं, तो इसके लिए आप आलू के कंद से का इस्तेमाल कर सकते हैं. क्योंकि आलू तना कंद है. अगर आप आलू को मिट्टी में लगाते हैं और नियमित रूप से इसकी देखभाल करते हैं, तो आप कुछ ही दिनों से आलू की कंद को पा सकते है और फिर बाद में यह एक पौधे के रूप में परिवर्तित हो जाएगा.
मूली (Raddish) : जिस तरह से आप आलू को लगाएंगे. ठीक उसी तरह से मूली को लगाएं. लेकिन मूली आलू की तुलना में काफी अधिक तेजी से बढ़ती है. एक बार इसमें कंद आए जाए, तो आप इसके पौधे से कुछ ही दिनों में पैदावार प्राप्त कर सकते हैं.
शकरकंद (Sweet potato) : इसमें भी फल से भी आप कंद को सरलता से प्राप्त कर सकते है और इसके कंद से उगने वाला पौधा आपको आलू से भी कहीं अधिक पैदावार देगा.