उत्तर प्रदेश के आगरा में केंद्रीय राज्यमंत्री मत्स्य, पशुपालन और डेयरी डॉ. एसपी सिंह बघेल ने देश के सबसे बड़े बकरी फार्म युवान एग्रो फार्म का हाल ही में उद्घाटन किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना साकार हो रहा है, जहां किसान खेती के साथ पशुपालन से भी अपनी आमदनी बढ़ा सकेंगे.
युवान एग्रो फार्म पशुपालन उद्योग के लिए एक बड़ा बदलाव लाने वाला कदम है. यह किसानों को आत्मनिर्भर बनाने, नस्ल सुधारने और उनकी आय बढ़ाने की दिशा में एक सराहनीय प्रयास है. यह फार्म प्रधानमंत्री मोदी के "किसान और पशुपालन" को एक साथ जोड़ने के विजन को साकार कर रहा है.
युवान एग्रो फार्म की खासियत
यह बकरी फार्म पूरी तरह बिना किसी सरकारी सहायता के स्थापित किया गया है और इसकी सबसे बड़ी खासियत है कि यहां पर शुद्ध नस्ल के बकरे और बकरियां पाली जा रही हैं. पशुपालन उद्योग में नस्ल सबसे अहम होती है और यही इस फार्म का मुख्य फोकस है.
5,000 बकरियां और 70 से अधिक कर्मचारी
- इस फार्म में 5,000 से अधिक बकरियां हैं, जो उच्च गुणवत्ता की नस्लों की हैं.
- 70 से अधिक कर्मचारी इस फार्म में कार्यरत हैं, जबकि 200 से अधिक किसान इससे जुड़े हुए हैं.
- अगले दो वर्षों में 10,000 किसानों तक इस योजना को विस्तार देने का लक्ष्य है.
- यह फार्म 2,50,000 वर्ग फुट क्षेत्र में फैला हुआ है और 2026 तक 10,000 बकरियों तक इसे बढ़ाने की योजना है.
पशुपालकों के लिए बड़ा अवसर
युवान एग्रो फार्म का उद्देश्य छोटे किसानों और पशुपालकों को साथ जोड़ना है.
- शुरुआत में 1,000 किसानों को बकरी पालन से जोड़ा जाएगा.
- किसानों को बकरी के बच्चे दिए जाएंगे, जिन्हें वे पालकर बाजार में बेच सकेंगे.
- अगर बाजार में बिक्री संभव नहीं हुई, तो युवान एग्रो फार्म गारंटी के साथ उन बकरों को वापस खरीदेगा.
- इससे किसानों को कम जोखिम और ज्यादा आय का फायदा मिलेगा.
आधुनिक सुविधाओं से लैस फार्म
युवान एग्रो फार्म में किसानों और पशुओं के लिए बेहतरीन सुविधाएं दी गई हैं –
- 80,000 वर्ग फुट में एलिवेटेड शेड, जिससे पशुओं को बीमारियों से बचाया जा सके.
- 10,000 वर्ग फुट का खेल क्षेत्र, जिससे बकरियां स्वस्थ रहें.
- उन्नत पशु अस्पताल, जहां 24x7 पशुओं की देखभाल होगी.
- सीसीटीवी निगरानी, जिससे फार्म की सुरक्षा बनी रहे.
- 5-स्टार गेस्ट हाउस, ताकि पशुपालकों को आरामदायक माहौल मिले.
2026 तक 10,000 बकरियां और विदेशी बाजार में एक्सपोर्ट
फार्म के संचालक डी.के. सिंह के अनुसार, इस फार्म का मुख्य उद्देश्य किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारना है. यहां –
- ब्रीडिंग प्लान के तहत किसान को छोटे बकरी बच्चे दिए जाएंगे.
- दूध से बनने वाले उत्पाद घरेलू और विदेशी बाजार में बेचे जाएंगे.
- 2026 तक 10,000 बकरियां पालने का लक्ष्य रखा गया है.