अगले 48 घंटों के दौरान पंजाब-हरियाणा समेत इन 4 राज्यों में बारिश का अलर्ट, पढ़ें IMD की लेटेस्ट रिपोर्ट अब खेती होगी आसान! 8 कृषि यंत्रों पर किसानों को मिलेगी 50% तक सब्सिडी, जानें कैसे करें आवेदन Good News! किसानों को हैप्पी सीडर और सुपर सीडर पर मिलेगा 50% तक अनुदान, जानें आवेदन प्रक्रिया Rooftop Farming Scheme: छत पर करें बागवानी, मिलेगा 75% तक अनुदान, जानें आवेदन प्रक्रिया Diggi Subsidy Scheme: किसानों को डिग्गी निर्माण पर मिलेगा 3,40,000 रुपये का अनुदान, जानें कैसे करें आवेदन Digital India: लॉन्च हुआ फेस आईडी वाला Aadhaar App, अब नहीं देनी होगी कहीं आधार की फोटोकॉपी! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Tarbandi Yojana: अब 2 बीघा जमीन वाले किसानों को भी मिलेगा तारबंदी योजना का लाभ, जानें कैसे उठाएं लाभ? Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार!
Updated on: 17 April, 2025 12:00 AM IST
गाय-भैंस खरीदने पर महिलाओं को मिलेंगे 4,84,000 रुपए (Pic Credit - Shutter Stock)

Ganga Gay Women Dairy Scheme: उत्तराखंड सरकार की पहल ‘गंगा गाय महिला डेयरी योजना’ आज राज्य की हजारों महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही है. इस योजना का उद्देश्य सिर्फ पशुपालन को बढ़ावा देना ही नहीं है, बल्कि महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना, पलायन को रोकना और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देना भी है. खास बात यह है कि इस योजना में लाभार्थी महिलाओं को 75 प्रतिशत तक की सब्सिडी और शेष राशि बैंक लोन के रूप में दिया जाता है. यानी उन्हें अपनी जेब से एक भी पैसा खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ती.

आइए कृषि जागरण के इस आर्टिकल में जानें क्या है गंगा गाय महिला डेयरी योजना की पात्रता और आवेदन प्रक्रिया!

क्या है गंगा गाय महिला डेयरी योजना?

उत्तराखंड सरकार द्वारा चलाई जा रही ‘गंगा गाय महिला डेयरी योजना’ के तहत राज्य की महिलाएं दूध उत्पादन से जुड़कर आत्मनिर्भर बन रही हैं. योजना के तहत सरकार महिलाओं को दुधारू पशुओं की खरीद के लिए आर्थिक सहायता देती है. यह सहायता सीधे उनके बैंक खातों में दी जाती है. इसके अलावा पशु शेड और चारे की व्यवस्था के लिए भी अनुदान दिया जाता है. खबरों के अनुसार, इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत करना है, ताकि वे अपनी आमदनी खुद कमा सकें और अपने परिवार को आर्थिक रूप से सहयोग दे सकें.

कितना मिलता है ऋण और सब्सिडी?

इस योजना के तहत लाभार्थी 2 से 5 दुधारू पशु खरीद सकते हैं. उनके लिए तय की गई ऋण राशि इस प्रकार है:

  • 2 पशु के लिए - 1,60,000 रुपए 
  • 3 पशु के लिए - 2,46,500 रुपए
  • 5 पशु के लिए - 4,84,000 रुपए 

इस राशि में अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST) और महिला लाभार्थियों को 75 फीसदी तक की सब्सिडी दी जाती है, जबकि सामान्य वर्ग को 50 फीसदी सब्सिडी का लाभ मिलता है. शेष राशि बैंक लोन के रूप में मिलती है, जिसे डेयरी की आय से धीरे-धीरे चुकाया जा सकता है.

गंगा गाय महिला डेयरी योजना की पात्रता

इस योजना का लाभ केवल राज्य के स्थायी निवासी महिलाओं को ही मिलेगा, जिनकी उम्र 18 वर्ष या उससे अधिक हो. साथ ही उन्हें स्थानीय दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति का सदस्य होना चाहिए. यदि वे सदस्य नहीं हैं, तो आवेदन के समय सदस्य बनाया जाता है.

गंगा गाय महिला डेयरी योजना के लिए जरूरी दस्तावेज

  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • जाति प्रमाण-पत्र
  • बैंक खाता विवरण
  • समिति की सदस्य संख्या
  • भूमि प्रमाण-पत्र या चल-अचल संपत्ति का प्रमाण

अब तक 450 लाभार्थियों को मिल चुका है लाभ

वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक कुल 450 महिलाएं इस योजना का लाभ ले चुकी हैं. यह आंकड़ा योजना की सफलता को दर्शाता है. इससे न केवल महिलाओं की आय बढ़ी है, बल्कि गांवों में पशुपालन के जरिए रोजगार भी सृजित हो रहा है. योजना के तहत खरीदे गए पशु राज्य के बाहर से लाए जाते हैं, ताकि उच्च गुणवत्ता के पशु उपलब्ध हो सकें. इनकी सेहत की जांच कराकर ही उन्हें लाभार्थी को सौंपा जाता है.

कैसे करें आवेदन?

इच्छुक महिलाएं आवेदन के लिए अपने क्षेत्र की स्थानीय दुग्ध सहकारी समिति, डेयरी विकास विभाग के कार्यालय या जिला सहकारी बैंक से संपर्क कर सकती हैं. वहां से आवेदन पत्र प्राप्त कर सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ जमा करना होता है. प्रक्रिया पूरी होने के बाद ऋण स्वीकृत किया जाता है और धनराशि सीधे लाभार्थी के खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है.

कमाई और लोन भुगतान कैसे होगा?

इस योजना के तहत एक शर्त यह है कि दूध का विक्रय स्थानीय दुग्ध समिति के माध्यम से ही किया जाए. इससे दूध का उचित मूल्य मिलता है और समिति द्वारा लोन की किस्तें स्वतः बैंक को दी जाती हैं. बाकी राशि लाभार्थी की कमाई होती है, जिससे वह अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकती है.

English Summary: uttarakhand ganga gay women dairy scheme farmers get rs 484000 eligibility apply process
Published on: 17 April 2025, 05:53 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now