सरकार के द्वारा लड़कियों के जन्म से लेकर उनकी पढ़ाई तक आर्थिक सहायता करने के लिए कई प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही हैं जिसमें केंद्र से लेकर राज्य सरकारों तक एक लंबी लिस्ट है. लेकिन कुछ ऐसी योजनाएं भी हैं जोकि बहुत ही खास हैं और असल में ज़मीनी स्तर पर लागू हुई हैं.
लड़कियों के लिए चलाई जा रही योजनाएं कुछ इस प्रकार हैं:
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ यह एक केंद्र सरकार की योजना है जोकि पूरे देश में लागू है. इस योजना का उद्देश्य समाज में लड़कियों को गर्भ में ही खत्म करने की कुरीति को समाप्त करना और देश में लिंगानुपात के स्तर को ठीक करना और लड़कियों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाना है. यह मुख्य रूप से सामाजिक दृष्टिकोण को बदलने में मदद करने के लिए एक शिक्षा–आधारित योजना है और इसमें डायरेक्ट कैश ट्रांसफर शामिल नहीं है.
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सुकन्या समृद्धि योजना
सुकन्या समृद्धि योजना सरकार द्वारा चलाई जाने वाली एक बचत योजना है, जिसमें लड़की को प्राथमिक खाताधारक के रूप में रखा जाता है, जबकि उसके माता–पिता कानूनी अभिभावक खाते के ज्वाइंट होल्डर होते हैं. यह खाता बालिका के 10 वर्ष के होने से पहले खोला जा सकता है और खाता खोलने के बाद इसमें 15 वर्षों तक पैसा जमा करने की आवश्यकता होती है.
बालिका समृद्धि योजाना
बालिका समृद्धि योजाना केंद्र सरकार की एक छात्रवृत्ति योजना है जोकि गरीबी रेखा से नीचे आने वाली लड़कियों और उनकी माताओं को आर्थिक रुप से सहायता प्रदान करने के लिए बनाई गई है. योजना का मुख्य उद्देश्य समाज में लड़कियों का ज्यादा से ज्यादा योगदान और स्कूलों में उनकी संख्या को बढ़ाना है. इस योजना के तहत बच्ची के पैदा होने पर दिया जाता है.
CBSE उड़ान स्कीम
CBSE उड़ान स्कीम शिक्षा मंत्रालय के द्वारा देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग और तकनीकी कॉलेजों में लड़कियों के एडमिशन को बढ़ाना है. इस योजना के तहत 11वीं और 12वीं कक्षा में छात्राओं के लिए मुफ्त पढ़ाई का सामान जैसे ऑनलाइन वीडियो और दूसरी चीजें प्रदान करना है. लेकिन इस योजना का लाभ लेने के लिए छात्रा के परिवार की आय 6 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए.
माध्यमिक शिक्षा योजना
माध्यमिक शिक्षा योजना लड़कियों को पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करने के लिए योजना है. यह योजना भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय की ओर से चलाई जाती है और यह मुख्य रुप से पिछड़े वर्ग की लड़कियों के लिए है. इस योजना का लाभ सभी SC / ST वर्ग से आनी वाली लड़कियां जिन्होंने कक्षा 8 की परीक्षा पास की है उन्हें मिलता है. इसके अलावा अन्य वर्ग की लड़कियों को तभी इस योजना का लाभ मिलता है जब कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय से कक्षा 8 की परीक्षा पास की हो. योजना का लाभ लेने के लिए लड़की की आयु 16 साल से कम होनी चाहिए.