मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार ने सत्ता में आते ही अपने चुनावी वादों को पूरा करने का प्रयास शुरू कर दिया है। सोमवार को कमलनाथ ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही सबसे पहले किसानों की कर्जमाफी पर फैसला लिया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किसानों का 2 लाख रूपये तक का कर्ज़ा माफ करते हुए कर्जमाफी से जुड़ी फाइलों पर हस्ताक्षर कर दिए है। कमलनाथ ने तमाम अधिकारियों की मौजूदगी में कर्जमाफी से जुड़े इस महत्वपूर्ण बिल पर दस्तखत किए है। उनके ऐसा करते ही कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र का पहला वादा पूरा हो गया है।
जारी हुआ किसान कर्जमाफी का आदेश
मध्य प्रदेश में सरकार ने किसानों की कर्जमाफी करते ही इससे जुड़े नोटिफिकेशन को जारी कर दिया है। सरकार के द्वारा जारी आदेश के मुताबिक यह कहा गया है कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा निर्णय लिया जाता है कि मध्य प्रदेश राज्य में स्थित राष्ट्रीयकृत और सहकारी बैंकों में अल्पकालीन फसल ऋण के रूप में शासन की तरफ से पात्रता अनुसार पात्र पाए गए किसानों के दो लाख रूपये तक के ऋण को माफ करने का एलान किया जाता है।
कांग्रेस पार्टी ने किया था वादा
मध्य प्रदेश में पिछले 15 सालों से भारतीय जनता पार्टी की सरकार सत्ता में थी। 11 दिसंबर को हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस मध्य प्रदेश में सरकार बनाने में कामयाब हो गई। दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंदसौर में यह घोषणा की थी कि मध्य प्रदेश में उनकी सरकार यदि वापसी करती है तो वह 10 दिनों के अंदर किसानों के कर्ज को माफ कर देगी। इस काम में 11वां दिन भी नहीं लगेगा। इसी के बाद कांग्रेस ने किसानों की कर्ज माफी को अपने वचन पत्र में शामिल कर दिया था।
किशन अग्रवाल, कृषि जागरण