जबरदस्त है गहरी जुताई के फायदे, कम लागत के साथ बढ़ता है उत्पादन! 10 वर्ष पुरानी आदिवासी पत्रिका 'ककसाड़' के नवीनतम संस्करण का कृषि जागरण के केजे चौपाल में हुआ विमोचन Vegetables & Fruits Business: घर से शुरू करें ऑनलाइन सब्जी और फल बेचना का बिजनेस, होगी हर महीने बंपर कमाई Rural Business Idea: गांव में रहकर शुरू करें कम बजट के व्यवसाय, होगी हर महीने लाखों की कमाई एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान!
Updated on: 4 January, 2020 12:00 AM IST

केंद्र व राज्य सरकारें किसानों की आय बढ़ाने के लिए हर एक तरीका अपना रहीं है. इसी कड़ी में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार देश में बिजली की समस्या से जूझ रहे इलाकों को ध्यान में रख किसान उर्जा सुरक्षा और उत्थान महाअभियान (कुसुम) योजना शुरू की है. इस योजना के अंतर्गत देशभर में सिंचाई के लिए इस्तेमाल होने वाले सभी डीजल/बिजली के पंप को सोलर ऊर्जा से चलाने की योजना है. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि कुसुम योजना का एलान पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के द्वारा केंद्र सरकार के आम बजट 2018-19 में किया गया था.

गौरतलब है कि कुसुम योजना (Kusum Yojana) के पहले चरण में किसानों के सिर्फ उन सिंचाई पंप को शामिल किया जाएगा जो अभी डीजल से चल रहे हैं. सरकार के एक अनुमान के मुताबिक इस तरह के 17.5 लाख सिंचाई पंप को सौर ऊर्जा से चलाने की व्यवस्था की जाएगी. इससे डीजल की खपत और कच्चे तेल के आयात पर रोक लगाने में मदद मिलेगी.

कुसुम योजना (Kusum Yojana) से किसानों के फायदे

केंद्र सरकार की कुसुम योजना किसानों को दो तरह से फायदा पहुंचाएगी. एक तो उन्हें सिंचाई के लिए मुफ़्त में बिजली मिलेगी और दूसरा अगर वह अतिरिक्त बिजली बना कर ग्रिड को भेजते हैं तो उससे उनकी आमदनी भी होगी. इसके अलावा सौर ऊर्जा उपकरण स्थापित करने के लिए किसानों को सिर्फ़ 10% राशि का भुगतान करना होगा. बाकी रकम केंद्र सरकार किसानों को बैंक खाते में सब्सिडी के तौर पर देगी. कुसुम योजना में बैंक किसानों को लोन के रूप में 30% रकम देंगे. तो वहीं, सरकार किसानों को सब्सिडी के रूप में सोलर पंप की कुल लागत का 60% रकम देगी.

क्या है कुसुम योजना का लक्ष्य?

कुसुम योजना (Kusum Yojana) के तहत केंद्र सरकार पहले चरण में देश भर में 27.5 लाख सोलर पंप सेट (Solar pump set) मुफ्त दे रही है. कुसुम योजना जुलाई 2019 से शुरू हो चुकी है. सरकार का इसके पीछे मकसद है कि अगर देश के सभी सिंचाई पंप में सौर ऊर्जा का इस्तेमाल होगा तो न सिर्फ बिजली की बचत होगी बल्कि 28 हजार मेगावाट अतिरिक्त बिजली का उत्पादन भी संभव होगा.

कुसुम योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप https://mnre.gov.in/# पर विजिट कर सकते हैं. 

English Summary: Solar Pump Yojana: farmers should pay only 10% amount and take advantage of Modi government's solar pump scheme
Published on: 04 January 2020, 03:40 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now