भारत सरकार के द्वारा समय-समय पर कई तरह की बेहतरीन योजना चलाई जाती हैं. ताकि देश का किसान खुशहाल रह सके. इसी क्रम में हिमाचल सरकार ने भी राज्य के किसानों के लिए एक नई योजना शुरू की है, जिसका नाम हिम उन्नत योजना है. इस योजना के तहत राज्य के किसानों की आय में बढ़ोतरी करने पर काम किया जाएगा और साथ ही इस योजना से प्रदेश में एकीकृत और समग्र कृषि गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा. मिली जानकारी के मुताबिक, इस योजना के तहत राज्य में फल-सब्जी और दूध के लिए कलस्टर भी तैयार किए गए हैं. सरकार की इस योजना के माध्यम से राज्य के मछली पालकों को लगभग 80 प्रतिशत तक सब्सिडी की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है.
वहीं, सरकार की तरफ से हिम उन्नत योजना/ Him Unnat Yojana के तहत खेती और बागवानी पर प्रति एकड़ करीब दस हजार रुपये तक मुआवजे का भी प्लान तैयार किया है. ऐसे में आइए प्रदेश सरकार की इस योजना के बारे में विस्तार से जानते हैं-
हिम उन्नत योजना क्या है?/ What is Him Unnat Yojana?
हिम उन्नत योजना प्रदेश में किसानों की आय बढ़ाने के साथ-साथ उत्पादन क्षमता में भी बढ़ोतरी करना के लिए तैयार की गई है. इस योजना की शुरूआत 2023 में की गई. जिसके तहत प्रदेश में अलग-अलग साझेदारों के साथ करीब 2600 क्लस्टर बनकर तैयार होंगे. इसके लिए राज्य सरकार ने लगभग 25 करोड़ रुपये का भी बजट का प्रावधान तय किया है.
मछली पालकों को मिलेगी 80% सब्सिडी
हिमाचल सरकार की हिम उन्नत योजना/ Him Unnat Yojana के तहत राज्य में मछली उत्पादन को बढ़ाने और उनकी आय में बढ़ोतरी करने के लिए मछली पालकों को लगभग 80 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जा रही है. यह अनुदान किसान को मछली तालाब और इसे जुड़े सभी छोटे व बड़े कार्यों को पूरा करने के लिए दिया जा रहा है. इसके अलावा राज्य के कृषि-बागवानी के लिए भी प्रति बीघा 10 हजार रुपये तक मुआवजा दिया जाएगा.
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हिम उन्नति योजना की खासियत
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दूध, फल-सब्जियों और नकदी फसलों के लिए कलस्टर बनाए जाएंगे.
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राज्य में मछली उत्पादन बढ़ाने के लिए 80 प्रतिशत तक सब्सिडी मिलेगी.
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कृषि-बागवानी में नुकसान होने पर किसानों को प्रति बीघा 10 हजार रुपये दिए जाएंगे.