e-NAM Portal पर अब 238 कृषि उत्पाद! फसलों की मिलेगा उचित दाम और बढ़ेगी डिजिटल व्यापार दिल्ली, हरियाणा और यूपी समेत इन 3 राज्यों में 16 जुलाई तक तेज हवाएं और भारी बारिश की चेतावनी, पढ़ें IMD की रिपोर्ट PM Kisan 20वीं किस्त पाने के लिए तुरंत करें ये 5 जरूरी काम, इस दिन आ सकते हैं पैसे किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 7 March, 2025 12:00 AM IST
पशु बीमा पर अब 75% सब्सिडी,जानें योजना के बारे में सबकुछ (प्रतीकात्मक तस्वीर)

Cattle insurance scheme: बिहार के पशुपालकों के लिए एक राहत की खबर आई है. अब उन्हें अपने दुधारू मवेशियों के बीमा कराने की चिंता नहीं करनी पड़ेगी. राज्य के पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के गव्य निदेशालय द्वारा दुधारू मवेशियों के लिए एक विशेष बीमा योजना शुरू की गई है. इस योजना का मुख्य उद्देश्य पशुपालकों को गंभीर बीमारियों और अन्य कारणों से मवेशियों की मौत होने पर होने वाली आर्थिक क्षति से सुरक्षा प्रदान करना है.

बीमा योजना की मुख्य बातें

इस योजना के तहत, पशुपालकों को बीमा की राशि का केवल 25 प्रतिशत ही भुगतान करना होगा, जबकि शेष 75 प्रतिशत राशि राज्य सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी. इसका मतलब है कि सरकार पशुपालकों के लिए आर्थिक बोझ कम करेगी, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े. यह पहल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है.

खबरों के अनुसार, दुधारू मवेशियों का अधिकतम मूल्य 60,000 रुपये निर्धारित किया गया है. इस पर 3.5 प्रतिशत की दर से कुल बीमा राशि 2100 रुपये होगी. इसमें से 1575 रुपये राज्य सरकार द्वारा अनुदान के रूप में दिए जाएंगे, जबकि शेष 525 रुपये पशुपालकों को बीमा कंपनी को देने होंगे.

क्या है योजना का उद्देश्य?

इस योजना का मुख्य उद्देश्य पशुपालकों को गंभीर बीमारियों जैसे लंपी त्वचा रोग, एचएसबीक्यू, और अन्य कारणों से मवेशियों की मृत्यु के कारण होने वाले आर्थिक नुकसान से बचाना है. इस बीमा कवर के तहत, पशुपालकों को उनके दुधारू मवेशियों के इलाज और मृत्यु के मामलों में वित्तीय सुरक्षा मिलेगी, जिससे वे किसी भी आपातकालीन स्थिति में अपने मवेशियों की देखभाल में सक्षम हो सकेंगे.

इसके अतिरिक्त, योजना में दुग्ध उत्पादक सहयोग समितियों के सदस्यों को प्राथमिकता दी जाएगी. यही नहीं, बीमा के लिए मवेशियों का स्वस्थ होना आवश्यक है, और एक पशु चिकित्सक द्वारा स्वास्थ्य प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा.

ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया

पशुपालकों को इस योजना का लाभ उठाने के लिए गव्य विकास निदेशालय की आधिकारिक वेबसाइट https://dairy.bihar.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा. आवेदन की प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल होगी, जिससे आवेदकों को सुविधा होगी और वे घर बैठे इस योजना का लाभ उठा सकते हैं.

ईयर टैग सुरक्षा और लाभार्थियों की जिम्मेदारी

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस योजना का कार्यान्वयन जिला गव्य विकास पदाधिकारी के माध्यम से किया जाएगा. बीमा कंपनी द्वारा दुधारू मवेशियों का बीमा एक वर्ष के लिए किया जाएगा और इन मवेशियों में डाटा ईयर टैग लगाया जाएगा, जिसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी लाभुक की होगी.

English Summary: Dairy cattle insurance scheme bihar 75 percent subsidy on animal insurance
Published on: 07 March 2025, 04:56 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now