Success Story: एग्रीप्रेन्योर डॉ. सुनीला की दूरदर्शी सोच से सैकड़ों किसानों को मिली नई पहचान, ड्रैगन फ्रूट की खेती से कमा रहे हैं शानदार मुनाफा! अगले 48 घंटों के दौरान इन 6 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट, पढ़ें IMD की लेटेस्ट रिपोर्ट! Cotton Farming in India: भारत में कपास की खेती की चुनौतियां, समाधान और संभावनाएं किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ Diggi Subsidy Scheme: किसानों को डिग्गी निर्माण पर मिलेगा 3,40,000 रुपये का अनुदान, जानें कैसे करें आवेदन फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Tarbandi Yojana: अब 2 बीघा जमीन वाले किसानों को भी मिलेगा तारबंदी योजना का लाभ, जानें कैसे उठाएं लाभ? Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 4 March, 2025 12:00 AM IST
पान विकास योजना के तहत किसानों को 50% अनुदान , सांकेतिक तस्वीर

Paan Vikas Yojana Update: बिहार सरकार के उद्यान निदेशालय, कृषि विभाग द्वारा पान विकास योजना/Paan Vikas Yojana के तहत पान की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है. राज्य सरकार की इस योजना के अंतर्गत आर्थिक रूप से कमजोर किसानों को वित्तीय सहायता दी जाएगी. दरअसल, पान विकास योजना के तहत किसानों को 50% अनुदान मिलेगा, जिससे उनकी आय में वृद्धि होने की संभावना है. इस योजना में राज्य के सात जिलों को शामिल किया गया है, जिनमें नालंदा भी एक प्रमुख जिला है. राज्य सरकार की इस योजना में आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और आवेदन की अंतिम तिथि 25 मार्च निर्धारित की गई है.

बता दें कि पान विकास योजना/ Paan Vikas Yojana  के तहत, नालंदा जिले में 10,000 वर्गमीटर में पान की खेती का लक्ष्य रखा गया है. किसान 100 से 300 वर्गमीटर तक खेती कर सकते हैं. ऐसे में आइए इससे जुड़ी हर एक जानकारी यहां विस्तार से जानते हैं.

योजना का मुख्य उद्देश्य

  • किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करना.
  • पान की खेती को संरक्षित और बढ़ावा देना.
  • ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर उत्पन्न करना.

अनुदान और लागत विवरण

  • 100 वर्गमीटर पर खेती करने पर: 11,750 रुपए का अनुदान.
  • 300 वर्गमीटर पर खेती करने पर: अधिकतम 35,250 रुपए तक का अनुदान.
  • कुल लागत (300 वर्गमीटर के लिए): लगभग 70,500 रुपए.

नालंदा: पान की खेती का प्रमुख केंद्र

मिली जानकारी के मुताबिक, नालंदा के इस्लामपुर और राजगीर क्षेत्रों में लगभग 400 बीघे में पान की खेती होती है. विशेष रूप से बौरीसराय, बौरीडीह, खुदागंज और आसपास के गांव मगही पान के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध हैं. इस योजना में नालंदा, शेखपुरा, नवादा, औरंगाबाद, गया, वैशाली और सारण जिलों को शामिल किया गया है.

पान विकास योजना के लाभ (Benefits of Paan Vikas Yojana)

  • किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी.
  • ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे.
  • पारंपरिक पान की खेती को संरक्षण मिलेगा.
  • राज्य में पान उत्पादन में वृद्धि होगी.

योजना के लिए जरूरी दस्तावेज

  1. आधार कार्ड (Aadhar Card)
  2. भूमि की अद्यतन रसीद (Updated Receipt of the land)
  3. बैंक खाते की जानकारी (Bank Account Information)

इस योजना में किसानों का आवेदन पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर स्वीकार किए जाएंगे.

योजना के लिए पात्रता और आवेदन प्रक्रिया

  • किसान अकेले या समूह में आवेदन कर सकते हैं.
  • जिन किसानों ने पिछले 1 या 2 वर्षों में इस योजना का लाभ लिया है, वे आवेदन नहीं कर सकते.
  • एक बार अनुदान प्राप्त करने के बाद, 3 साल तक पुनः लाभ नहीं मिलेगा.
English Summary: Bihar government Paan Vikas Yojana Update 50 percent subsidy apply now
Published on: 04 March 2025, 02:26 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now