किसान भाई अपने खेत में कई तरह की सब्जियों की उगाते (Growing Vegetables ) हैं, जिनमें मुख्यरूप से टमाटर, गोभी, प्याज, आलू, लहसुन आदि होते हैं. इनमे से कुछ ऐसी सब्जियां होती हैं, जिनकी खेती बीजों के द्वारा की जाती है या फिर सीधे पौधे द्वारा खेती की जाती है.
मगर पौधे से अच्छी फसल तब ही प्राप्त होती है जब फसल की पौध लगाने का तरीका सही और अच्छा हो, क्योंकि स्वस्थ व उन्नत पौध तैयार कर लेना ही आधी फसल उगाने के बराबर होता है. स्वस्थ पौध तैयार करने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. आज इस लेख के मध्यम से हम आप सभी किसान भाइयों को बताने जा रहे हैं.
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सबसे पहले सब्जी की पौध को तैयार करने (Preparing Vegetable Seedlings ) के लिए हमें भूमि का लेवल देखना चाहिए. भूमि में अच्छी जल निकासी होनी चाहिए.
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इसके बाद सब्जियों की फसल की खेत की मिटटी दोमट बलुई होनी चाहिए, साथ ही मिटटी का पीएच मान लगभग 5 होना चाहिए.
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ध्यान रखें कि सब्जियों की पौध ऐसी जगह करनी चाहिए, जहां पानी का अच्छा स्रोत हो.
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पौधे को पूर्णरूप से धूप मिलनी चाहिए.
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पौधे की समय – समय पर देखरेख करते रहें.
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अगर आप अपने खेत में सब्जियों की खेती के लिए भूमि का पहली बार उपयोग कर रहे हैं, तो मिटटी को फफूंद रहित करने के लिए फारमेल्डिहाइड नामक रसायन से उपचार करें.
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इसके बाद पौधे को लगाने वाली जगह के लिए 25 मि.लि. फारमेल्डिहाइड को 1 लीटर पानी में घोल लें तथा पौधशाला के लिए चुने गए स्थान पर अच्छी तरह छिड़काव करें.
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इसके बाद पौध लगाने वाली जगह को पॉलिथीन चादर से अच्छी तरह ढँक दें.
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फिर एक सप्ताह के बाद पॉलिथीन चादर को हटाकर मिटटी की 3 से 4 बार जुताई करें.
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इसके बाद मिटटी को अच्छी तरह भुरभुर करें.
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इसके बाद खेत में क्यारी की तैयारी करें.
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क्यारी बनाने के लिए करीब 15 -20 से. मी. ऊँची क्यारी होनी चाहिए.
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इसके बाद खेत के वर्ग के अनुसार सड़ी गली गोबर की खाद डालें.
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इसके बाद बीज बुवाई के लिए बीजों का सही तरह से उपचार करें.
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जब पौधे 8 – 10 सें.मी. ऊँचे हो जायें, तो 3 प्रतिशत यूरिया का छिड़काव करें,ताकि पौधे का विकास अच्छा हो.