Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 3 March, 2022 8:30 PM IST
Best Way to Grow Vegatables

किसान भाई अपने खेत में कई तरह की सब्जियों की उगाते (Growing Vegetables ) हैं, जिनमें मुख्यरूप से टमाटर, गोभी,  प्याज, आलू, लहसुन आदि होते हैं. इनमे से कुछ ऐसी सब्जियां होती हैं, जिनकी खेती बीजों के द्वारा की जाती है या फिर सीधे पौधे द्वारा खेती की जाती है.

मगर पौधे से अच्छी फसल तब ही प्राप्त होती है जब फसल की पौध लगाने का तरीका सही और अच्छा हो,  क्योंकि स्वस्थ व उन्नत पौध तैयार कर लेना ही आधी फसल उगाने के बराबर होता है. स्वस्थ पौध तैयार करने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. आज इस लेख के मध्यम से हम आप सभी किसान भाइयों को बताने जा रहे हैं.

  • सबसे पहले सब्जी की पौध को तैयार करने (Preparing Vegetable Seedlings ) के लिए हमें भूमि का लेवल देखना चाहिए. भूमि में अच्छी जल निकासी होनी चाहिए.

  • इसके बाद सब्जियों की फसल की खेत की मिटटी दोमट बलुई होनी चाहिए, साथ ही मिटटी का पीएच मान लगभग 5 होना चाहिए.

  • ध्यान रखें कि सब्जियों की पौध ऐसी जगह करनी चाहिए, जहां पानी का अच्छा स्रोत हो.

  • पौधे को पूर्णरूप से धूप मिलनी चाहिए.

  • पौधे की समय – समय पर देखरेख करते रहें.

यह खबर भी पढ़ें : खीरे की खेती करने की उन्नत तकनीक और किस्मों की संपूर्ण जानकारी

  • अगर आप अपने खेत में सब्जियों की खेती के लिए भूमि का पहली बार उपयोग कर रहे हैं, तो मिटटी को फफूंद रहित करने के लिए फारमेल्डिहाइड नामक रसायन से उपचार करें.

  • इसके बाद पौधे को लगाने वाली जगह के लिए 25 मि.लि. फारमेल्डिहाइड को 1 लीटर पानी में घोल लें तथा पौधशाला के लिए चुने गए स्थान पर अच्छी तरह छिड़काव करें.

  • इसके बाद पौध लगाने वाली जगह को पॉलिथीन चादर से अच्छी तरह ढँक दें.

  • फिर एक सप्ताह के बाद पॉलिथीन चादर को हटाकर मिटटी की 3 से 4 बार जुताई करें.

  • इसके बाद मिटटी को अच्छी तरह भुरभुर करें.

  • इसके बाद खेत में क्यारी की तैयारी करें.

  • क्यारी बनाने के लिए करीब 15 -20 से. मी. ऊँची क्यारी होनी चाहिए.

  • इसके बाद खेत के वर्ग के अनुसार सड़ी गली गोबर की खाद डालें.

  • इसके बाद बीज बुवाई के लिए बीजों का सही तरह से उपचार करें.

  • जब पौधे 8 – 10 सें.मी. ऊँचे हो जायें, तो 3 प्रतिशत यूरिया का छिड़काव करें,ताकि पौधे का विकास अच्छा हो.

English Summary: Try this advanced method to prepare vegetable seedlings
Published on: 03 March 2022, 06:00 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now