Aaj Ka Mausam: देश के इन 3 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट, जानें अगले 4 दिन कैसा रहेगा मौसम? PM Kusum Yojana से मिलेगी सस्ती बिजली, राज्य सरकार करेंगे प्रति मेगावाट 45 लाख रुपए तक की मदद! जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया Farmers News: किसानों की फसल आगलगी से नष्ट होने पर मिलेगी प्रति हेक्टेयर 17,000 रुपये की आर्थिक सहायता! Rooftop Farming Scheme: छत पर करें बागवानी, मिलेगा 75% तक अनुदान, जानें आवेदन प्रक्रिया भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ महिलाओं के लिए तंदुरुस्ती और ऊर्जा का खजाना, सर्दियों में करें इन 5 सब्जियों का सेवन ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक Wheat Farming: किसानों के लिए वरदान हैं गेहूं की ये दो किस्में, कम लागत में मिलेगी अधिक पैदावार
Updated on: 14 October, 2023 12:47 PM IST
आलू की बेहतरीन नई किस्में

हमारे देश के किसानों के द्वारा आलू की खेती सबसे अधिक मात्रा में की जाती है. देखा जाए तो बाजार में सालभर आलू की मांग बनी ही रहती है, जिससे किसानों को अच्छा लाभ प्राप्त होता है. आलू से कई तरह के व्यंजनों को तैयार किया जाता हैं, जिसके चलते आलू को सब्जियों का राजा भी कहा जाता है. अगर आप भी अपने खेत में आलू की खेती करना चाहते हैं, तो आज हम आपको आलू के ऐसी पांच बेहतरीन किस्मों के बारे में बताएंगे, जिसकी मदद से आप अच्छी उपज और अधिक कमाई कर सकते हैं. दरअसल, जिन आलू की किस्मों की हम बात कर रहे हैं, वह केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान (CPRI), शिमला ने द्वरा तैयार की गई पीले और सफेद आलू की किस्में है, जिनका नाम कुफरी पुष्कर, कुफरी सदाबहार, कुफरी गरिमा, कुफरी गौरव और कुफरी मोहन है. जिसकी उपज क्षमता लगभत 90 से 160 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक है.

भारत के ज्यादातर किसान आलू की खेती पारंपरिक बीजों से करते हैं. लेकिन अब वैज्ञानिकों ने आलू की नई किस्मों को विकसित किया है, जिसकी मदद से किसान अच्छी वैरायटी की खेती कर लाभ कमा सकते हैं. आइए इसके बारे में जानते हैं-

आलू की पांच नई किस्में

कुफरी पुष्कर

आलू की यह किस्म लगभग 90 से 100 दिनों के अंदर ही तैयार हो जाती है. यह आलू पीले रंग, अंडाकार व मध्यम होता है. इस किस्म की प्रति हेक्टेयर उत्पादन क्षमता 120 से 140 क्विंटल तक है.

कुफरी सदाबहार

इस आलू के नाम से ही पता चलता है कि यह किस्म खेत में साल भर पैदावार देने वाली है. इस किस्म के आलू हल्के सफेद, पीले रंग की अंडाकार होते हैं. वहीं कुफरी सदाबहार किस्म खेत में लगभग 80 से 90 दिन में ही तैयार हो जाती है. आलू की यह किस्म झुलसा रोग के प्रतिरोधी है.

कुफरी गरिमा

आलू की कुफरी गरिमा की किस्म गंगा के मैदानी और पठारी क्षेत्रों के लिए सबसे अच्छी मानी जाती है. इस किस्म का आलू हल्के पीले रंग का होता है. यह 80 से 90 दिनों में तैयार होती है और वहीं इसकी उपज क्षमता 120 से 140 क्विंटल प्रति एकड़ तक है.

कुफरी गौरव

कुपरी गौरव किस्म का आलू काफी बड़ा होता है और यह चपटा, अंडाकार, सफेद छिलके और मध्यम सफेद वाला होता है. आलू की यह किस्म अच्छी भंडारण क्षमता के लिए जानी जाती है. इसकी उत्पादन क्षमता 120 से 140 प्रति हेक्टेयर क्विंटल तक है. यह किस्म भी झुलसा रोग की प्रतिरोधी है.

ये भी पढ़ें: सरसों की ये पांच किस्में किसानों को बना रहीं मालामाल, उत्पादन क्षमता 20 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक

कुफरी मोहन

आलू की यह किस्म खेत में 90 से 100 दिन के अंदर ही तैयार हो जाती है. इसकी उत्पादन क्षमता 140 से 160 प्रति हेक्टेयर क्विंटल तक है. कुफरी मोहन आलू की किस्म को पूर्व मैदानी इलाकों में रहने वाले किसान अधिक करते हैं.

English Summary: Top 5 Improved Potato Varieties Kufri Pushkar Kufri Sadabahar Kufri Garima Kufri Gaurav and Kufri Mohan Central Potato Research Institute (CPRI)
Published on: 14 October 2023, 12:58 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now