Kisan Credit Card: किसानों को अब KCC से मिलेगा 5 लाख रूपये तक का लोन, जानें कैसे उठाएं लाभ? Farmers News: किसानों की फसल आगलगी से नष्ट होने पर मिलेगी प्रति हेक्टेयर 17,000 रुपये की आर्थिक सहायता! Loan Scheme: युवाओं को बिना ब्याज मिल रहा 5 लाख रूपये तक का लोन, जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया Rooftop Farming Scheme: छत पर करें बागवानी, मिलेगा 75% तक अनुदान, जानें आवेदन प्रक्रिया भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ महिलाओं के लिए तंदुरुस्ती और ऊर्जा का खजाना, सर्दियों में करें इन 5 सब्जियों का सेवन ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक Wheat Farming: किसानों के लिए वरदान हैं गेहूं की ये दो किस्में, कम लागत में मिलेगी अधिक पैदावार
Updated on: 16 April, 2021 2:12 PM IST
Agriculture News

किसानों के लिए पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (Punjab Agricultural University) द्वारा समय-समय पर सब्जी, फल और अनाज की उन्नत किस्म विकसित की जाती हैं. इसी कड़ी में पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (Punjab Agricultural University) ने पोषण से भरपूर कुछ किस्म की हैं, तो आइए आपको इन किस्मों से जुड़ी जानकारी देते हैं.

सब्जी की किस्म

पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (Punjab Agricultural University) ने सब्जी की कुछ किस्म विकसित की हैं. इन किस्मों की खास बात यह है कि इन्हें आप अपने घर में या छत आसानी से उगा सकते हैं. बता दें कि दो केरोटीन समृद्ध चेरी टमाटर की किस्म विकसित की हैं, जिन्हें पंजाब सोना और पंजाब केसर नाम दिया गया है. इसके अलावा एंथोसायनिन से भरपूर बैंगन की किस्म भी विकसित की गई है. इसका नाम पंजाब रौनक रखा गया है. यह ऐसी किस्म हैं, जो कम लागत में फसल का ज्यादा उत्पादन देंगी, इसलिए आप इन किस्मों की बुवाई करके अच्छी कमाई कर सकते हैं.

अनाज की किस्म

विश्वविद्याल द्वारा गेहूं की उन्नत किस्म भी तैयार की गई है. गेहूं की यह किस्म प्रोटीन, हाई जिंक और हाई कैरोटीनॉयड जैसे पोषक तत्वों से भरपूर हैं. इसके अलावा विश्वविद्यालय ने जंगली चावल की एक किस्म की पहचान की है. इसके इस्तेमाल से उच्च प्रोटीन वाला अनाज प्राप्त किया जा सकता है. इससे चावल में पोषण की मात्रा बढ़ेगी, साथ ही लोगों के लिए काफी लाभकारी होगा.

आपको बता दें कि इन किस्मों को पंजाब कृषि विश्वविद्यालय और प्रोमोशन ऑफ यूनिवर्सिटी रिसर्च एंड साइंटिफिक एक्सीलेंस ने विकसित किया है. इसके लिए भारत सरकार ने डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग के लिए अनुदान जारी किया था. इसके अलावा कई और तरह के अनाज, दाल और सब्जियों को पोषणयुक्त बनाने का कार्च किया जा रहा है.

विकसित किया गया है प्रोटोकॉल

इसके अलावा धान के पौधों और कपास पर कीटनाशक प्रतिरोध और पुनरुत्थान का आकलन करने के लिए प्रोटोकॉल विकसित किया है. इतना ही नहीं, गेहूं, चावल, आलू और गेहूं को रोग से बचाने और उसके प्रबंधन के लिए अध्ययन किया जा रहा है.

इस अध्ययन का लक्ष्य है कि मिट्टी के स्वास्थ्य को बढ़ावा, कुशल पुआल प्रबंधन पर शोध, कीट प्रबंधन के लिए पर्यावरण के अनुकूल दृष्टिकोण और ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन को कम करना है.

English Summary: Punjab Agricultural University has developed a new variety of tomatoes and brinjals
Published on: 16 April 2021, 02:23 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now