Success Story: चायवाला से उद्यमी बने अजय स्वामी, मासिक आमदनी 1.5 लाख रुपये तक, पढ़ें सफलता की कहानी ट्रैक्टर खरीदने से पहले किसान इन बातों का रखें ध्यान, नहीं उठाना पड़ेगा नुकसान! ICAR ने विकसित की पूसा गोल्डन चेरी टमाटर-2 की किस्म, 100 क्विंटल तक मिलेगी पैदावार IFFCO नैनो जिंक और नैनो कॉपर को भी केंद्र की मंजूरी, तीन साल के लिए किया अधिसूचित एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! सबसे अधिक दूध देने वाली गाय की नस्ल, जानें पहचान और खासियत
Updated on: 8 December, 2018 6:23 PM IST
Wheat

मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में पहली बार काले गेहूं की खेती चर्चा का विषय बनी हुई है. जिसे देखकर जिले में काले गेहूं की खेती को करने का सिलसिला लगातार बढ़ता ही जा रहा है. 

मध्य प्रदेश शासन भी खेती को लाभ का धंधा बनाने के उद्देश्य से किसानों को अलग-अलग तरह की सुविधाएँ उपलब्ध कराने के प्रयास में लगी हुई है. इसके साथ ही किसान भी नई तकनीकों से खेती करने के लिए दिन-रात मेहनत से जुटे हुए हैं. कई किसानों ने काले गेहूं की खेती को करना शुरू कर दिया है. दरअसल इंदौर जिले के गौतमपुरा गांव तलावली में किसान मोनू पटेल व शाहपुरा के लाखन गहलोत ने अपने खेत में एक उन्नत प्रकार के किस्म का काले गेहूं को बोया है. जिले में पहली बार काले गेहूं की किस्म को बोया गया है.

पंजाब से मंगाया बीज

किसानों ने इस बीज को पंजाब से महंगे दामों पर खरीद कर जिले में पैदावार शुरू की है. यह गेंहू सामान्य गेहूं की तरह ही है लेकिन इसका रंग काला है. इतना ही नहीं इसकी जो फलदार गुच्छे जिसे आम भाषा में उम्बिया कहा जाता है उसका रंग भी पूरी तरह से काला ही होगा. मध्य प्रदेश में पहली बार काले रंग के गेहूं की खेती की जा रही है. जिससे यहां के किसान बेहद खुश हैं.

किसान मोनू का कहना है कि वे अक्सर लीक से हटकर कुछ करते है, और उन्हें जैसे ही किसी भी देशी या विदेशी नई तकनीक के बारे में पता चलता है तो वह इस तरह की तकनीक व खेती को अपने यहां मूर्त रूप देने लग जाते है.

स्वास्थय के लिए लाभकारी काला गेहूं

किसान ने बताया कि काला गेहूं ना सिर्फ दिखने में अलग है, बल्कि काफी ज्यादा गुणकारी भी है. इस काले गेहूं को मानव स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी बताया गया है. इसमें रोग प्रतिरोधक क्षमता आम फसलों से अधिक होती है. किसानों ने इस गेहूं की किस्म के बारे में पहली बार सुना है लेकिन यह गेहूं सबसे अलग है जिसके बारे में किसान व अन्य लोग खेतों में आकर जानने के बारे में इच्छुक है.

काले रंग के गेहूं को देखने आ रहे किसान

काले गेहूं की खेती करने वाले किसान मोनू पटेल ने कहा कि मेरे काले गेहूं की खेती को देखने व उसका फायदा जानने के लिए रोजाना कई किसान मेरे खेत पर आ रहे हैं. अभी काले गेहूं की फसल की बुवाई हुई है. जब यह बड़े होंगे तो उम्मीद है काफी लोग इस किस्म के गेहूं की खेती को देखने आएंगे.

English Summary: Madhya Pradesh will be the first black wheat cultivation
Published on: 08 December 2018, 06:25 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now