MDBP-16: काली मिर्च की नई किस्म - अब अधिक उत्पादन के साथ हर जगह खेती संभव! दिल्ली, हरियाणा और यूपी समेत कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट, IMD ने 28 जुलाई तक जारी किया पूर्वानुमान FPO को जोड़ेगा ई-नाम और डिजिटल बाजार, किसानों की आमदनी में होगी बढ़ोत्तरी, जानें कैसे पशुपालकों के लिए खुशखबरी! राज्य सरकार 2 गाय की खरीद पर दे रही 80,000 रुपए तक का अनुदान, जानें कैसे उठाएं लाभ किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 8 December, 2018 6:23 PM IST
Wheat

मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में पहली बार काले गेहूं की खेती चर्चा का विषय बनी हुई है. जिसे देखकर जिले में काले गेहूं की खेती को करने का सिलसिला लगातार बढ़ता ही जा रहा है. 

मध्य प्रदेश शासन भी खेती को लाभ का धंधा बनाने के उद्देश्य से किसानों को अलग-अलग तरह की सुविधाएँ उपलब्ध कराने के प्रयास में लगी हुई है. इसके साथ ही किसान भी नई तकनीकों से खेती करने के लिए दिन-रात मेहनत से जुटे हुए हैं. कई किसानों ने काले गेहूं की खेती को करना शुरू कर दिया है. दरअसल इंदौर जिले के गौतमपुरा गांव तलावली में किसान मोनू पटेल व शाहपुरा के लाखन गहलोत ने अपने खेत में एक उन्नत प्रकार के किस्म का काले गेहूं को बोया है. जिले में पहली बार काले गेहूं की किस्म को बोया गया है.

पंजाब से मंगाया बीज

किसानों ने इस बीज को पंजाब से महंगे दामों पर खरीद कर जिले में पैदावार शुरू की है. यह गेंहू सामान्य गेहूं की तरह ही है लेकिन इसका रंग काला है. इतना ही नहीं इसकी जो फलदार गुच्छे जिसे आम भाषा में उम्बिया कहा जाता है उसका रंग भी पूरी तरह से काला ही होगा. मध्य प्रदेश में पहली बार काले रंग के गेहूं की खेती की जा रही है. जिससे यहां के किसान बेहद खुश हैं.

किसान मोनू का कहना है कि वे अक्सर लीक से हटकर कुछ करते है, और उन्हें जैसे ही किसी भी देशी या विदेशी नई तकनीक के बारे में पता चलता है तो वह इस तरह की तकनीक व खेती को अपने यहां मूर्त रूप देने लग जाते है.

स्वास्थय के लिए लाभकारी काला गेहूं

किसान ने बताया कि काला गेहूं ना सिर्फ दिखने में अलग है, बल्कि काफी ज्यादा गुणकारी भी है. इस काले गेहूं को मानव स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी बताया गया है. इसमें रोग प्रतिरोधक क्षमता आम फसलों से अधिक होती है. किसानों ने इस गेहूं की किस्म के बारे में पहली बार सुना है लेकिन यह गेहूं सबसे अलग है जिसके बारे में किसान व अन्य लोग खेतों में आकर जानने के बारे में इच्छुक है.

काले रंग के गेहूं को देखने आ रहे किसान

काले गेहूं की खेती करने वाले किसान मोनू पटेल ने कहा कि मेरे काले गेहूं की खेती को देखने व उसका फायदा जानने के लिए रोजाना कई किसान मेरे खेत पर आ रहे हैं. अभी काले गेहूं की फसल की बुवाई हुई है. जब यह बड़े होंगे तो उम्मीद है काफी लोग इस किस्म के गेहूं की खेती को देखने आएंगे.

English Summary: Madhya Pradesh will be the first black wheat cultivation
Published on: 08 December 2018, 06:25 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now