PM Kisan Update: 4 राज्यों के किसानों को मिली 21वीं किस्त, जानें बाकी किसानों को कब तक मिलेगा लाभ? Weather Update: यूपी, पंजाब, हरियाणा और उत्तराखंड समेत इन राज्यों में होगी बारिश, जानिए अपने यहां का पूरा मौसम अपडेट Sankalp Retail: देशभर में कृषि-इनपुट खुदरा व्यापार को बदलना और ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देना किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 18 February, 2022 5:20 PM IST

खेती हमारे लिए कितनी जरूरी है,ये तो आप सब जानते ही होंगे. हजारों बरसों से हमारे देश में खेती की जा रही है. आधुनिक युग में खेती करना और भी आसान हो गया है, क्योंकि आज किसानों के पास खेती से जुड़े सभी पर्याप्त संसाधन मौजूद हैं, जिसने खेती को आसान बना दिया है.

आज हम आपको इस लेख में मिश्रित और बहु ​​कृषि के बारे में बताएंगे. अगर आपके पास भी अधिक जमीन है, तो आप भी इन खेती को करके लाभ कमा सकते हैं.

 तो आइए सबसे पहले मिश्रित खेती के बारे में जान लेते है.

अगर आप एक किसान हैं, तो आप ने खेत में कई तरह की फसलों का उत्पादन किया होगा. इन्हीं में से एक मिश्रित खेती है, जिससे किसान अच्छा मुनाफा कमाते हैं. मिश्रित खेती उसे कहते है, जिसमें  एक से अधिक फसल को किसान अपने खेत में लगाता है. ये ही नहीं फसलों के साथ-साथ किसान पशुपालन का व्यवसाय भी करते हैं.  सीधे और सरल भाषा में कहें, तो यह एक विविध खेती है. इस खेती को  किसान अपनी आय में वृद्धि करने के लिए करता है.  मिश्रित खेती में मुख्यतः अनाज और दलहनी होती है, क्योंकि यह फसल अधिक उपयोगी और साथ यह मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बनाएं रखती है.

मिश्रित खेती के लाभ (benefits of mixed farming)

  • इस खेती से किसानों का आय में वृद्धि होती है.
  • इससे उन्हेंपास सालभर रोजगार रहता है.
  • इसमें भूमि, श्रम और पूंजी का सही प्रयोग किया जाता है.
  • इस खेती में लागत किसान अपने बजट के अनुसार तय करते हैं.

बहु ​​कृषि (multi farming)

खेत में एक साल के अंदर एक ही निश्चित क्रम में दो या दो से अधिक फसलों को एक साथ अपने खेत में लगाते हैं, तो उसे बहु कृषि कहते हैं. बहु कृषि की मुख्यता सोयाबीन, मूंग, उड़द और लोबिया होती है. इसके अलावा मक्का, आलू, गेहूं और भी बहु कृषि की मुख्य फसल माना जाता है, क्योंकि इन फसलों को भी किसान एक साल में एक साथ लगा सकते हैं.

बहु कृषि के लाभ (Advantages of Multiple Farming)

  • यह खेती किसानों के लिए कम जोखिम वाली है. बहु कृषि को करने के किसानों को नुकसान का सामना नामात्र के बराबर ही करना पड़ता है.
  • किसान की भूमि, मेहनत और पूंजी का सही उपयोग होता है.
  • किसानों की आय में बढ़ोतरी होती है.
  • इसकी खेती से वह सालभर अच्छा मुनाफा कमा सकते है.

मिश्रित और बहु कृषि में अंतर (difference between mixed and multiple farming)

किसान भाइयों के लिए दोनों ही खेती लाभदायक है. दोनों ही खेती में भूमि और श्रम का सही प्रयोग किया जाता है, लेकिन मिश्रित खेत में किसान सालभर लाभ कमाता है और वहीं बहु खेती में किसान मौसम के अनुसार लाभ कमाता है.

English Summary: Know here the advantages and disadvantages of mixed and multiple farming
Published on: 18 February 2022, 05:21 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now