लाख एक तरह की राल होती है जो सूक्ष्म कीटों का दैहिक स्त्राव है. इसकी खेती करके छोटे किसान अपनी आय को दोगुना कर सकते हैं. मध्य प्रदेश में अरहर के पौधों पर भी लाख की सफल खेती की जा रही है. मध्य प्रदेश के जबलपुर में स्थित कृषि विश्वविद्यालय किसानों की आय को दोगुना करने के उद्देश्य से जवाहर मॉडल चला रहा है. विश्वविद्यालय के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. मोनी थॉमस 1997 से लाख उत्पादन के प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं. तो आइये जानते हैं कि अरहर के पौधे पर लाख की खेती कैसे करें:
लाख की खेती के लिए अरहर कैसे लगाएं (How to plant Pigeon pea for Kerria lacca Cultivation)
जब लाख की खेती के बारे में डॉ. मोनी थॉमस से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि अरहर पर लाख की खेती करने के लिए पौधे से पौधे की दूरी 6 फीट रखी जाती है. इससे पौधों में बीमारियां कम लगती है. वहीं इसके बीच में अदरक, हल्दी, अरबी, पपीता, स्वीटकॉर्न, टमाटर, पपीता समेत अन्य फसलें भी लगा सकते हैं. जिससे किसानों को अतिरिक्त आय मिल जाती है. इसी अरहर के पौधे पर लाख के कीट को चढ़ाया जाता है. एक एकड़ में करीब 1230 अरहर के पौधे लगते हैं. अरहर का पौधा जितना सघन और स्वस्थ्य होगा, उससे लाख का उत्पादन उतना ही ज्यादा होगा.
लाख की खेती के लिए उचित समय (Proper time for Kerria lacca Cultivation)
नवंबर के पहले सप्ताह में अरहर के पौधे पर लाख के कीड़े को चढ़ाया जाता है. जिससे जून के महीने में लाख का उत्पादन लिया जाता है. वहीं बचे कीटों को जून के महीने में पौधे पर चढ़ाया जाता है. जिससे नवंबर महीने में लाख का उत्पादन लिया जाता है. डॉ थॉमस का कहना है कि अरहर पर रंगीनी लाख की खेती की जाती है. प्रति एकड़ 40 से 50 किलो लाख का उत्पादन लिया जा सकता है. वहीं प्रति पौधे से 450 ग्राम लाख का उत्पादन होता है. रंगीनी लाख बाजार में 150 से 175 रुपए किलो बाजार में बिकती है. अरहर के प्रति पौधे के हिसाब से लाख कीटों का 2 से 3 रुपये खर्च आता है.
लाख की खेती के लिए कीट कैसे चढ़ाते हैं (How do pests grow for Kerria lacca Cultivation)
डॉ. थॉमस ने बताया कि अरहर के पौधे के नीचे 6 से 10 इंच लम्बाई का लाख का टुकड़ा रख देते हैं. जिससे लाख के कीट अरहर पर चढ़ जाते हैं. कीड़े अरहर से रस चूसते हैं. इसके मादा कीड़े दैहिक स्त्राव का विसर्जन करती है. इसी दैहिक स्त्राव से लाख प्राप्त होती है. उन्होंने बताया कि अरहर का पौधा जितना स्वस्थ्य होगा, उससे उतना ही ज्यादा लाख उत्पादन होता है. इसके लिए अरहर की फसल में गोबर खाद के अलावा जैविक उत्पाद डालें जाते हैं. इल्लियों से बचाव के लिए पौधे के पास चिड़ियों को बैठने के लिए लकड़ियां लगा देते हैं. चिड़ियां इल्लियों को खा जाती है और पौधे का बचाव करती है.
अरहर पर लाख की खेती के लिए संपर्क करें :
(contact for Kerria lacca farming on Pigeon pea plant)
डॉ मोनी थॉमस, प्रधान वैज्ञानिक
जवाहर कृषि विश्वविद्यालय, जबलपुर, मध्य प्रदेश
मोबाइल नम्बर : 94251-84255