अगर आप तीखा खाना खाने के बहुत शौकीन हैं, साथ ही सर्दियों में होने वाली कई शारीरिक बीमारियों से भी बचना चाहते हैं, तो भोजन में हरी मिर्च का इस्तेमाल जरूर करें. हरी मिर्च में फाइबर्स, विटामिन-सी समेत कई महत्वपूर्ण तत्व पाए जाते हैं. जो हमारे शरीर के पाचन तंत्र के साथ-साथ हड्डियों, दांतों और आंखों को भी फायदा पहुंचाते हैं. हरी मिर्च का इस्तेमाल रोजाना खाना बनाने के लिए किया जाता है. वैसे तो आप हरी मिर्च बाजार से भी खरीद सकते हैं, लेकिन आप हरी मिर्च को आसानी से घर में भी उगा सकते हैं.
जी हां, आप किसी भी गमले या फिर कंटेनर में हरी मिर्च उगा सकते हैं. आज इस लेख में हम आपको कुछ टिप्स बताएंगे, जिससे आप घर में ही ताजी और तीखी हरी मिर्च प्राप्त कर सकते हैं.
हरी मिर्च उगाने के लिए गर्म जलवायु (Hot climate to grow green chillies)
हरी मिर्च उगाने के लिए गर्म जलवायु उपयुक्त रहती है. अगर ऐसी जलवायु नहीं है, तो आप ग्रीनहाउस का भी सहारा ले सकते है.
हरी मिर्च उगाने के लिए गमला (Pot for growing green chillies)
अगर आप घर में ही हरी मिर्च की खेती करना चाहते है औऱ आपके पास कोई बगीचा नहीं है, तो ऐसे में आप कोई भी कंटेनर या फिर गमला ले सकते हैं. इस गमले में मिट्टी की जगह आर्गेनिक कमपोस्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं.
हरी मिर्च के पौधे की बुवाई (Green chilli plant sowing)
हरी मिर्च की खेती में इसके बीज को जमीन में कम से कम 3 इंच नीचे डालने की जरूरत पड़ती है. जब पौधे जमीन से बाहर आने लगे, तो इसे गमले या फिर किसी उपयुक्त जमीन पर लगा सकते हैं. अगर आप जमीन में हरी मिर्च का पौधा नहीं उगा सकते, तो गमले में पौधे लगाने के लिए इसका इंतजाम कर लें.
हरी मिर्च के पौधे की सिंचाई (Green Chilli Plant Irrigation)
अगर आप घर में मिर्च उगा रहे हैं, तो पौधों को नियमित रूप से पानी दें. ध्यान रखें कि ज्यादा पानी न डालें. अगर मिर्च के पौधों को ज्यादा ठंडक मिलती है, तो पौधे को नुकसान पहुंच सकता है.
सूरज की रोशनी
गमले में हरी मिर्च का पौधा लगाने के बाद ऐसी जगह रख दें. जहां सूरज की रोशनी अच्छी पहुंचती हो. इससे पौधे का विकास ठीक से होता है.
हरी मिर्च उगाने की खास बात है कि इस पौधे में ऐसे रसायन होते हैं, जो बीमारियों को दूर रखने में मदद करते हैं. इसलिए इस पौधे को किसी तरह के फर्टिलाइजर की जरूरत नहीं पड़ती है. आपको कुछ ही दिनों में पौधे में हरी मिर्च उगती नजर आने लगेंगी.