Groundnut Variety: जून में करें मूंगफली की इस किस्म की बुवाई, कम समय में मिलेगी प्रति एकड़ 25 क्विंटल तक उपज खुशखबरी! अब किसानों और पशुपालकों को डेयरी बिजनेस पर मिलेगा 35% अनुदान, जानें पूरी डिटेल Monsoon Update: राजस्थान में 20 जून से मानसून की एंट्री, जानिए दिल्ली-एनसीआर में कब शुरू होगी बरसात किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 30 June, 2021 10:24 AM IST
Hydroponic Farming

हाइड्रोपोनिक तकनीक खेती की एक आधुनिक तकनीक है. जिसे सबसे पहले इजरायल में विकसित किया गया था. इस तकनीक के जरिए बिना मिट्टी के भी सब्जियां, फल तथा अन्य फसलें उगाई जा सकती है. 

जो लोग शहरों में किचन गार्डन में सब्जियां उगाते हैं वे इस तकनीक को अपनाकर अच्छी कमाई भी कर सकते हैं, तो आइए जानते हैं हाइड्रोपोनिक फार्मिंग (Hydroponic Farming) करके किसान कैसे अधिक मुनाफा कमा सकते हैं-

मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के किसान अरविंद धाकड़ हाइड्रोपोनिक तकनीक के जरिए खेती कर रहे हैं. वे बताते हैं कि हम हाइड्रोपोनिक फार्मिंग पर 5-6 साल से काम कर रहे हैं. इसके लिए हमने इजराइल का दौरा किया तथा इस तकनीक की बारीकियों को समझा. वे बताते हैं कि इस तकनीक में बिना मिट्टी के अन्य माध्यम से पौधे को ग्रो करते हैं.

इसके लिए पानी के अलावा पैरालाइट, कोकोपीट, स्टोन, हाइड्रोटॉन  का उपयोग भी किया जा सकता है. यह सिर्फ पौधे को सपोर्ट करते हैं. हालांकि पौधे पानी तथा अन्य पोषक तत्वों की मदद से ग्रो करते हैं.

धाकड़ बताते हैं कि किसी भी पौधे की ग्रोथ के लिए 13 से 16 तत्वों की आवश्यकता पड़ती है. कुछ चीजें बाहर से मिल जाती हैं जैसे-ऑक्सीजन, सूर्य प्रकाश आदि. वहीं न्यूट्रिशन को पानी में मिलाकर पौधों को दिए जाते हैं. इसे न्यूट्रन फिल्म टेक्निक (NFT) कहा जाता है.

जिसके जरिए वे ब्रोकली, स्ट्रॉबेरी, आलू. पालक, टमाटर, खीरा ककड़ी, चैरी टमाटर आदि ऊगा रहे हैं. वे बताते हैं कि अलग-अलग प्रकार की सब्जियां या फसलें उगाने के लिए आपको यह ध्यान रखना होता है कि किस पौधे कौन से पोषक तत्व कितनी मात्रा में देना चाहिए. वहीं धाकड़ का कहना हैं कि Hydroponic Farming को लोग धीरे-धीरे अपना रहे हैं. 

इसके 120 पौधों का सेटअप 12 से 15 हजार रूपये में बन जाता है. जो 8 से 10 साल तक चल सकता है. वहीं 120 पौधों के लिए एक महीने के न्यूट्रीयन का खर्च 500 से 600 रुपये आता है. यदि न्यूट्रीयन आप खुद बना लेंगे तो 100 से 150 रूपये का खर्च आता है. 

English Summary: hydroponic farming method
Published on: 30 June 2021, 10:27 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now