Success Story: चायवाला से उद्यमी बने अजय स्वामी, मासिक आमदनी 1.5 लाख रुपये तक, पढ़ें सफलता की कहानी ट्रैक्टर खरीदने से पहले किसान इन बातों का रखें ध्यान, नहीं उठाना पड़ेगा नुकसान! ICAR ने विकसित की पूसा गोल्डन चेरी टमाटर-2 की किस्म, 100 क्विंटल तक मिलेगी पैदावार IFFCO नैनो जिंक और नैनो कॉपर को भी केंद्र की मंजूरी, तीन साल के लिए किया अधिसूचित एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! सबसे अधिक दूध देने वाली गाय की नस्ल, जानें पहचान और खासियत
Updated on: 3 September, 2022 7:53 PM IST
Ginger Cultivation

आज के किसान अब पारंपरिक फसलों के अलावा सब्जी और बागवानी फसलों को ज्यादा तवज्जो देने लगे हैं, क्योंकि इनकी खेती करना आसान होने के साथ-साथ जल्दी पैदावार भी देती है. ऐसे में देश के किसान इन दिनों सब्जी,फल, औषधीय पौधे समेत मसालों की खेती करने पर जोर देने लगे हैं. इन्हीं में से एक अदरक की खेती है. किसान अदरक की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. ऐसे में चलिए जानते हैं अदरक की खेती के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें-  

अदरक की खेती करने के लिए ध्यान देने योग्य बातें-

इसकी खेती के लिए गर्म और आर्द्रता वाली जलवायु सही मानी जाती है. इसके लिए तापमान 25 से 35 डिग्री सेंटीग्रेड उपयुक्त माना जाता है. वहीं जिन क्षेत्रों में सालाना वर्षा 1500 से 1800 मिलीमीटर होती है, वहां इसकी खेती की जा सकती है. वहीं ज्यादा और गुणवत्तापूर्ण पैदावार के लिए अगेती बुवाई करने की सलाह दी जाती है.

अगर इसकी खेती के लिए सबसे अच्छी मिट्टी की बात करें, तो इसके लिए सबसे उत्तर ऐसी बलुई दोमट मिट्टी को मानी जाती है, जिसमें जीवांश और कार्बनिक अधिक मात्रा में मौजूद हो. वहीं मिट्टी का पीएच मान 5 से 7 के बीच में होना चाहिए.

अदरक की खेती करने के लिए खेत तैयार करने के दौरान इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि खेत में जल निकासी की उचित व्यवस्था हो.

जैसा की आप जानते ही होंगे कि किसी भी फसल में से अच्छी उपज पाने के लिए बीजों का सही चुनाव करना बेहद जरूरी होता है. अदरक के साथ भी ऐसा ही है. ऐसे में इसकी प्रमुख उन्नत किस्में जैसे- मारन, चाइना, रियो डे जिनेरियो, थिंगपुरी, नाडिया, वायनाड, कारकल, वेनगार, नारास्सपट्टानम आदि इनमें से ही अपने खेत और जलवायु के मद्देनजर चुनाव करना चाहिए.

इसके बीजों की खेत में मेड़ बनाकर बुवाई की जाती है. इसके लिए पंक्ति से पंक्ति की दूरी 30 से 35 सेंटीमीटर और पौधों से पौधों की दूरी 20 से 25 सेंटीमीटर रखने की सलाह दी जाती है. वहीं इसके कंदों को 5 सेंटीमीटर की गहराई पर बोना चाहिए.

ये भी पढ़ें: अदरक की फसल को रोग और कीटों से बचाएं, होगा अच्छा मुनाफ़ा

किसान इसकी खेती करते वक्त इस बात का जरूर ध्यान रखें कि इसकी खेती के लिए फसल चक्र अपनाना आवश्यक है, इससे भूमि जनित रोगों से निजात मिलता है.

बता दें कि अदरक की फसल से क्वालिटी उत्पादन लेने के लिए इसे बड़े पेड़ों के साथ लगाना सही माना जाता है, इसलिए अधिक किसान अदरक की खेती सह-फसल के तौर पर करते हैं.

अदरक की खेती से पैदावार और आमदनी

अदरक की मांग ना सिर्फ सर्दियों में बल्कि सालभर रहती है. इसका इस्तेमाल सब्जी से लेकर चाय के मसालों तक में किया जाता है. अगर इसके बाजार में मौजूदा रेट की बात करें, तो ये 80 से 100 और इससे ज्यादा रुपये किलो के हिसाब से बेच सकते हैं. यही नहीं दिन पर दिन इसके दाम आसमान छू रहे हैं, इसलिए इसकी खेती किसानों के लिए बंपर मुनाफा जरूर दे सकती है.

English Summary: Ginger Cultivation: Start Ginger Cultivation Now, Due To Increase In Demand In Winters Will Gain Shattered Profits
Published on: 03 September 2022, 04:59 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now