नीति आयोग के सदस्य प्रो. रमेश चंद करेंगे कृषि जागरण के 'मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड्स' के दूसरे संस्करण की जूरी की अध्यक्षता Millets Varieties: बाजरे की इन टॉप 3 किस्मों से मिलती है अच्छी पैदावार, जानें नाम और अन्य विशेषताएं Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान! आम को लग गई है लू, तो अपनाएं ये उपाय, मिलेंगे बढ़िया ताजा आम एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Organic Fertilizer: खुद से ही तैयार करें गोबर से बनी जैविक खाद, कम समय में मिलेगा ज्यादा उत्पादन
Updated on: 3 April, 2022 12:31 PM IST
मिट्टी की जांच

खेती करने के लिए खेतों में अच्छी मिट्टी का होना बहुत जरूरी होता है, ताकि उस मिट्टी में उत्पादन सरलता से (production in soil) और अधिक हो सके. इसके लिए किसानों को अपने खेतों की मिट्टी की जांच करवाना बहुत जरूरी है.

आपको बता दें कि मिट्टी की जांच से यह पता चलता है कि खेत में किसानों को मिट्टी की जरूरत के अनुसार कितना पोषक तत्व उपलब्ध करवाना है, जिससे लागत में कमी हो और उत्पादन क्षमता में वृद्धि (increase production capacity) हो सके. सरकार की तरफ से भी मिट्टी की जांच (soil investigation) के लिए किसानों की मदद की जाती है. सरकार ने इसके लिए प्रधानमंत्री सॉयल हेल्थ कार्ड योजना भी बनाई है.

जांच के लिए मिट्टी नमूना कैसे लें (How to take a soil sample for testing)

  • किसानों को अपनी मिट्टी के नमूने फसल की बुवाई व रोपाई से एक महीने पहले लेनी चाहिए. इसके लिए आप अपने खेत में 8 से 10 अलग-अलग स्थानों पर निशान लगाएं. जिन जगहों पर अपने निशान लगाया है वहां पर आप करीब 15 सेमी गहरा गड्ढा खोदेंऔर फिर खुरपे की सहायता से उंगली की मोटाई जितनी जांच के लिए नमूना लें.
  • नमूने के तौर पर ली गई मिट्टी को एक बाल्टी या किसी बर्तन में एकत्रित करें. ठीक इसी प्रकार से बाकी स्थानों से भी मिट्टी के नमूने लें. 
  • सभी मिट्टी को एक साथ अच्छे से मिश्रण कर और अपने पास बस 500 ग्राम मिट्टी शेष रखें और बाकी बची मिट्टी को फेंक दें.
  • अब इस मिट्टी को साफ थैली में डाल लें.
  • अंत में मिट्टी जांच के लिए स्थानीय कृषि पर्यवेक्षक या नजदीकी कृषि विभाग भेज दें. इसके अलावा आप अपने नजदीकी मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला में भी भेज सकते हैं. जहां आपकी मिट्टी पर आपके नाम पते के साथ एक स्थान पर जांच के लिए रख दिया जाता है. बता दें कि इन सभी स्थानों पर मिट्टी की जांच मुफ्त में की जाती है.

ये भी पढ़ेः गेहूं की फसल से पाना चाहते हैं अधिक उत्पादन तो ये लेख पहले पढ़ लें...

 मिट्टी नमूने लेते समय सावधानियां (Precautions while taking soil samples)

  • मिट्टी जांच के लिए कभी भी खेते की नीची जगह से मिट्टी ना लें.
  • पानी व कम्पोस्ट के ढेर से मिट्टी ना लें.
  • पेड़ वाले स्थान से भी मिट्टी जांच के लिए नहीं लेनी चाहिए.
  • जांच के लिए ली गई मिट्टी को कभी भी थैली या बोरे में ना डालें.
  • खड़ी फसलों वाले स्थान से भी जांच के लिए मिट्टी ना लें.
  • खेत में उर्वरक प्रयोग वाले स्थान से भी मिट्टी नहीं लेनी चाहिए.
English Summary: Farmers will get double benefit from soil test
Published on: 03 April 2022, 12:36 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now