कीट फॉल आर्मी वॉल अब उत्तर भारत नहीं बल्कि पूर्वोत्तर भारत में फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है. यह मक्के की खेती को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है जिसका असर अब दिखाई भी देने लगा है. फॉल आर्मी वॉल कीट से मिजोरम राज्य में 1409 हेक्येटर में मक्के की खेती को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. है जिससे वहां फसलें खराब हुई थी.
इसका असर यह हुआ है की खेत में खड़ी सारी पसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है जिसके कारण काफी नुकसान हुआ है और उत्पादन भी घट रहा है.मिजोरम राज्य के कृषि वैज्ञानिक के अनुसार राज्य के आठ जिलों में मक्के की फसल पर इस कीट का सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ा है. इसका असर यह हुआ है कि राज्य में करीब 18.05 करोड़ की मक्का की खेती सीधे तौर पर प्रभावित हुई है.
गठित हुई समिति
राज्य के कृषि अधिकारियों का कहना है कि फॉल आर्मी वोर्म से निपटने के लिए रैपिड रिस्पॉन्स टीम गठित की गई है. इसके अलावा मिजोरम में राज्य के कृषि अधिकारियों ने भी अपने स्तर पर ही फसलों को कम नुकसान हो इसके लिए व्यापक स्तर पर प्रयास शुरू कर दिया है. उन्होंने बताया है कि खेती वाले 80 फीसदी गांव को पूरी तरह से कवर करने का प्रयास किया गया है, जहां पर इसका प्रकोप ओर है वहां पर भी इसकी जांच की जा रही है.
सावधानी बरतने के निर्देश
किसानों को कीटनाशक के उपयोग में सावधानी बरतने के पूरे निर्देश दिए जा रहे है ताकि उनके इस तरह के गहन प्रभाव से फसलों को बचाया जा सकें. केंद्र सरकारी की तरफ से चेतावनी मिलने के बाद राज्य सरकार ने सभी जिलों के कृषि अधिकारियों को सूचित कर दिया था. 2019 जब शुरू हुआ तो इसकी शुरूआत पड़ोंसी देशों बंग्लादेश, म्यामांर में फॉर्ल वार्म आर्मी का प्रकोप देखा गया था.
बता दें कि यह फॉल आर्मी वोर्म कीड़ा मक्के के पौधे को खा जाता है, साथ ही उसके तने को नुकसान पहुंचाता है. पहले दक्षिण भारत के कई राज्यों में इस फॉल आर्मी वोर्म के चलते फसलों को काफी ज्यादा नुकसान हुआ