GFBN Story: अपूर्वा त्रिपाठी - विलुप्तप्राय दुर्लभ वनौषधियों के जनजातीय पारंपरिक ज्ञान, महिला सशक्तिकरण और हर्बल नवाचार की जीवंत मिसाल खुशखबरी: ढेंचा उगाने पर राज्य सरकार देगी 1,000 रुपये प्रति एकड़ की प्रोत्साहन राशि, जानें कैसे उठाएं योजना का लाभ छत या बालकनी में करें ग्रो बैग से खेती, कम लागत में मिलेगा अधिक मुनाफा, जानें पूरी विधि किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ Diggi Subsidy Scheme: किसानों को डिग्गी निर्माण पर मिलेगा 3,40,000 रुपये का अनुदान, जानें कैसे करें आवेदन फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 28 April, 2023 4:33 PM IST
सब्जियों की खेती करने का तरीका

किसान अपनी आय को बढ़ाने के लिए परंपरागत खेती के अलावा अन्य फसलों की खेती भी करते हैं. आज हम आपको ऐसे पांच प्रमुख सब्जियों के बारे में बताने जा रहे हैंजो महज 100 दिन में तैयार हो जाती हैं. वहींकेवल एक एकड़ जमीन में इन सब्जियों की खेती से किसान कम समय में लाखों की कमाई कर सकता है. आइएइसके बारे में विस्तार से जानें.

राजमा की खेती

राजमा की खेती (Rajma)

राजमा की खेती से किसान बेहतर कमाई कर सकता है. ये महज 100 दिन में तैयार हो जाती है. एक एकड़ खेत में राजमा की 30-35 किलो बीज डाली जाती है. जिनसे 10-12 क्विंटल राजमा तैयार होते हैं. बाजार में एक क्विंटल राजमा का भाव 12 हजार रुपये प्रति क्विंटल मिलता है. इसी तरह, किसान राजमा से सिर्फ 100 दिन में करीब 1.50 लाख रुपये की कमाई कर सकते हैं.

यह भी पढ़ें- राजमा की खेती है मुनाफा का सौदा, जानिए इसकी खेती का उन्नत तरीका

भिंडी की खेती

भिंडी (Okra)

भिंडी भी प्रमुख सब्जियों में से एक है. भारत में इसकी लोकप्रियता के बारे में बताने की आवश्यकता नहीं है. भिंडी की फसल आम तौर पर जनवरी में लगाई जाती है. इसके लिए तापमान सामान्य होना चाहिए. बुवाई के बाद भिंडी 50 दिनों में तैयार हो जाती है. बाजार में 3000 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से भिंडी का भाव मिलता है. एक एकड़ में 5 किलो भिंडी की बीज डाली जाती है. बीज, सिंचाई, तुड़ाई और अन्य चीजों में खर्च करीब 35,000 रुपये होता है. एक एकड़ में लगभग 50-80 क्विंटल भिंडी का उत्पादन होता है. ऐसे में किसान 1.50-2 लाख रुपये की कमाई कर सकते हैं.

यह भी देखें- भिंडी की उन्नत खेती करने की पूरी जानकारी

करेला की खेती

करेला (Bitter Gourd)

करेला की खेती भी किसानों के लिए लाभकारी साबित हो सकती है. मंडी में 15 रुपये प्रति किलो के हिसाब करेले की बिक्री होती है. जनवरी का महीना करेला की खेती के लिए बढ़िया होता है. यह 55 दिन में तैयार हो जाते हैं. एक एकड़ करेले की खेती में करीब 55 हजार खर्च होगा. इसमें कम से कम 100 क्विंटल करेला का उत्पादन हो सकता है. इसी तरह, इसे बाजार में बेचकर महज 100 दिनों 1.50 लाख की कमाई कर सकते हैं.

यह भी पढ़ें- करेला की फसल में लगने वाले रोग और प्रबंधन

फूलगोभी की खेती

फूलगोभी (Cauliflower)

फूलगोभी की खेती भी किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है. एक एकड़ फूलगोभी की खेती में करीब 30-35 हजार रुपये का खर्च आता है. इसे तैयार होने में लगभग 90 दिनों का समय लगता है. वहीं, एक एकड़ में 80 क्विंटल फूलगोभी का उत्पादन हो सकता है. बाजार में आसानी से 15 रुपये प्रति किलो के हिसाब भाव मिल जाते हैं. ऐसे में किसान कम समय में इसकी खेती से 1.50-2 लाख रुपये की कमाई बड़े आराम से कर सकते हैं.  

यह भी पढ़ें- हाइब्रिड फूलगोभी ‘ख़ुशी’ का कमाल, किसान हो रहे मालामाल

पालक की खेती

पालक (Palak)

पालक की बुवाई तीनों सीजन में की जा सकती है. इसके लिए किसी खास मिट्टी की आवश्यकता भी नहीं होती है. एक एकड़ पालक की खेती में लगभग 17 हजार रुपये का खर्च आता है. जिसमें 100 क्विंटल तक उत्पादन मिल जाता है. बाजार में किसानों को इसके लिए औसतन 5 रुपये प्रति किलो भाव मिलता है. ऐसे में इसकी खेती से कम समय में 50000 रुपये की कमाई की जा सकती है.

यह भी पढ़ें- पालक की देसी और विलायाती किस्म और उनकी खासियत

English Summary: Earn 1.50 to 2 lakh rupees from Vegetables cultivation in 100 days only one acre of land required
Published on: 28 April 2023, 04:55 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now