सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 9 October, 2023 6:42 PM IST
आलू की किस्म कफुरी पुखराज

दुनिया में आलू उत्पादन के मामले में भारत दूसरे स्थान पर आता है. लेकिन अगर खपत की बात करें, तो भारत में ही इसका काफी हिस्सा खाने में इस्तेमाल कर लिया जाता है. लेकिन आज हम आपको आलू की पुखराज और ज्योति किस्म के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी मांग भारत ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में है. हम बात कर रहे हैं पंजाब के कपूरथला-जालंधर जिले में हो रहे आलू की.

दरअसल यहां होने वाले आलू की मांग इसलिए भी ज्यादा है क्यों कि इसका बीज उत्पादन और गुणवत्ता के लिए सबसे ज्यादा ख़ास माना जाने वाला बीज है.

पैदावार का 85 प्रतिशत बीज के लिए

कपूरथला और जालंधर में होने वाले इस आलू की बात करें, तो इसकी कुल पैदावार का 85 प्रतिशत तो केवल बीजों के लिए ही निकाल दिया जाता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, इन क्षेत्रों में जितना भी आलू होता है उसका 85 प्रतिशत किसान बीज के लिए निकाल देते हैं. इसका प्रमुख कारण यह है कि आलू की अपेक्षा उसके बीजों को बेचने पर किसानों का मुनाफा कई गुना तक बढ़ जाता है. देश के बहुत से किसान तो इन बीजों की बुकिंग यहां के किसानों से फसल के काटने से पहले ही करा लेते हैं.

पुखराज और ज्योति किस्म की खेती सबसे ज्यादा

आलू के लिए पुखराज और ज्योति की किस्में पंजाब के दोआब क्षेत्र की सबसे ज्यादा बोई जाने वाली किस्मों में सबसे खास हैं. इसका कारण है कि यह किस्में दोआब क्षेत्र में सबसे ज्यादा होती हैं और इसे होने वाले बीजों से होने वाला उत्पादन भी बहुत ज्यादा होता है. यही कारण है कि इन कसमों की खेती इन क्षेत्रों में सबसे ज्यादा होती है.

10000 हेक्टेयर में होती है खेती

पंजाब में आलू की इस फसल को जिले में बहुत बड़ी मात्रा में बोया जाता है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इसे जिले में लगभग 10000 हेक्टेयर में बोया जाता है. वहीं अगर हम इसकी पैदावार की बात करें, तो लगभग 2 लाख मैट्रिक टन आलू के उत्पादन की पैदावार जिले में हर साल होती है.

यह भी पढ़ें: बीन्स की इन 5 उन्नत किस्मों से किसानों की आय होगी दोगुनी, जानें कितने दिन में होगी तैयार

कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और दिल्ली में सप्लाई

कपूरथला में होने वाली इस आलू को देश कई प्रदेशों पसंद किया जाता है. लेकिन अगर हम इसकी सबसे ज्यादा मांग की बात करें, तो यह आलू सबसे ज्यादा कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और दिल्ली के द्वारा खरीदा जाता है. इसके अलावा उत्तराखंड और कुछ मात्रा में उत्तर प्रदेश में भी खरीदा जाता है.

English Summary: best potato varieties kufri pukhraj jyoti potato seed price of kapurthala potato demand
Published on: 09 October 2023, 07:04 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now