किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card) किसानों के लिए कसी वरदान से कम नहीं है यह उस वक्त किसानों को आर्थिक मदद मुहैया करवाता है, जब उसके पास पैसो को किल्लत होती है. यह कृषि गतिविधियों के लिए किसानों को आर्थिक मदद प्रदान करता है, ताकि किसानों को खेती करने में आर्थिक तंगी आड़े न आ सके या भारत सरकार की एक ऐसी वित्तीय योजना है, जो किसानों को खेती में विभिन्न खरीदारी और वित्तीय संबंधित खर्चों के लिए वित्त सहायता प्रदान करती है.
परन्तु जागरूकता की कमी और किसान क्रेडिट कार्ड के उपयोग की सही जानकारी न होने के कारण कुछ किसान इस कार्ड का इस्तेमाल गलत तरीके से कर लेते हैं. जिससे किसानों पर ब्याज दर साल दर साल तक बढ़ता जाता है और किसान के लिए यही वरदान अभिशाप नज़र आने लगता है. तो इस लेख के माध्यम से हम आपको किसान क्रेडिट कार्ड के सही उपयोग के तरीके बताएँगे और कुछ टिप्स भी देंगे. यहां कुछ तरीके हैं जिनका उपयोग करके किसान “किसान क्रेडिट कार्ड” (Kisan Credit Card) की ब्याज दर को कम कर सकते हैं और सरकार द्वारा दी जा रही सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं:
ऋण को खाते में लंबे समय तक न रखें
जानकारी देतें हुए केनरा बैंक के मैनेजर संदीप ने बताया कि किसानों को कार्ड के ऋण की राशि को ऐसे खर्च करने से बचना चाहिए जिससे कोई लंबे समय तक आय नहीं होती है. कार्ड से एक साथ बहुत अधिक राशि निकालने की बजाय छोटी-छोटी राशि में इस्तेमाल करना बेहतर होता है. जब आपको पता हो कि आपके पास कुछ महीनों बाद पैसा आने वाला है तो ही आप कार्ड से राशि निकालें और पैसा आते ही तुरंत खातें में सबमिट कर दें. इससे समय से पहले आपका ऋण भी चुकता हो जायेगा और एक वर्ष पहले जमा करने के कारण आपको उस राशि पर 3 फीसदी ब्याज दर में छूट प्राप्त होगी. इससे आपको सब्सिडी का लाभ मिलेगा और कार्ड पर ब्याज दर भी कम होगी.
सक्रिय पूंजी में निवेश करें
किसानों को ऋण की राशि सक्रीय पूंजी में खर्च करना चाहिए. केनरा बैंक के मैनेजर संदीप बतातें है कि किसानों को अपनी राशि को ऐसे खरीददारी में खर्च नहीं करना चाहिए जिससे आय काफी दिनों बाद मिले या न ही मिले. कुछ किसान कृषि संयत्रों को खरीदने में इस राशि का इस्तेमाल कर लेते हैं जबकि यह Long term का निवेश माना जाता है. इसके लिए किसान अलग से लोन ले सकते हैं. जिसकी महीने वार क़िस्त बन जाती है. पंरतु किसान क्रेडिट कार्ड के ऋण को ऐसे खर्च में इस्तेमाल से बचना चाहिए. ऐसे निवेश से आपको संभावित आय की संभावना नहीं होती है. किसानो को सिर्फ अपनी फसल की सुरक्षा, खाद खरीदने, खरपतवार नियंत्रण अथवा बीज खरीदने के लिए करना चाहिए ताकि फसल पकने के बाद किसान दो या तीन महीने में अपना कर्ज उतार सके. यह तरीका कार्ड के ऋण पर ब्याज दर को कम करने में मदद करता है.
नियमित जमा-वितरण
KCC खाते में बचत राशि को नियमित रूप से जमा और निकाला जाना चाहिए. इसके माध्यम से किसान सरकारी सब्सिडी का लाभ नियमित रूप से प्राप्त कर सकता है. इस खाते में लेन-देन लगातार बनी रहनी चाहिए. इससे किसानों का ऋण भी उतरता रहता है और नए ऋण की अवधि भी बढ़ जाती है. किसानों को 5 साल तक इस खातें में राशि का लेन-देन लगातार बनायें रखना चाहिए. इस खातें को एक बचत खातें की तरह इस्तेमाल करना चाहिए.
खाता जागरूकता
किसानों को अपने KCC खातों की जानकारी को नियमित रूप से प्राप्त करना चाहिए. इसके लिए वे अपने खाते की जानकारी को समय-समय पर चेक कर सकते हैं. बैंक द्वारा भेजे गए संदेशों को भी ध्यान से पढ़ना चाहिए.ताकि उन्हें अपने ऋण चुकाने की अवधि का सही ज्ञान प्राप्त होता रहें.
कृषि के लिए उपयोग
KCC का उपयोग सिर्फ कृषि संबंधित खरीदारी और खर्चों के लिए ही करना चाहिए . इसके माध्यम से किसान अपनी फसल के लिए बीज, खाद, कीटनाशक, ईंधन, खरपतवारी सामग्री, और सिंचाई सुविधाएं खरीद सकता है.
व्यक्तिगत खर्चों से बचें
किसानों को KCC कार्ड का उपयोग सिर्फ कृषि से संबंधित खर्चों के लिए करना चाहिए. यदि उन्हें किसी व्यक्तिगत खर्च के लिए उपयोग करना हो, तो उन्हें किसान क्रेडिट कार्ड का उपयोग कभी नहीं करना चाहिए. यह किसानों को मुश्किल में डाल सकता है.
आपदा के समय की सुविधा का लें लाभ
KCC कार्ड से आपदा के समय भी सुरक्षित रहा जा सकता है. किसान अपने खाते को सरकारी फसल बीमा योजना से जोड़ सकते हैं, जिससे वे आपदा पर बीमा के द्वारा आर्थिक नुकसान की भरपाई प्राप्त कर सकते हैं. इसके साथ ही, आपदा के समय किसान को 4 महीने का अतिरिक्त समय भी मिलता है, जिसमें वह अपनी फसल को सुरक्षित रख सकता है और सही दाम पर बेचकर ऋण चुका सकता है.
स्थानीय सरकार की सब्सिडी योजनाओं का उठाएं लाभ
कई स्थानीय सरकारें किसानों के लिए विभिन्न सब्सिडी योजनाएं चलाती हैं. आपको इन योजनाओं का लाभ उठाना चाहिए ताकि आपको ऋण की ब्याज दर में कमी मिल सके और आर्थिक सहायता मिल सके. इसलिए, स्थानीय कृषि विभाग या सरकारी अधिकारीयों से संपर्क करें और जानें कि आपको किस योजना के लिए योग्यता है या नहीं.
अपनी भूमि का अच्छी तरह से ध्यान रखें
आपकी खेती की सफलता पर भूमि का महत्वपूर्ण रोल होता है. उचित जल संरचना, उर्वरक का उचित उपयोग, सही फसल वरीयता और कीटनाशकों का समय पर उपयोग करने से आप अपनी उत्पादकता बढ़ा सकते हैं और कृषि गतिविधियों में कम खर्च कर सकते हैं. इससे आपकी वित्तीय स्थिति सुधरेगी और कार्ड का इस्तेमाल सिर्फ भूमि की उत्पादक क्षमता को बढ़ाने वालें उत्पादों पर ही करना चाहिए. इससे किसान की उपज भी बढ़ेगी और किसान का कर्ज भी सही समय अथवा समय से पहले चुकाया जा सकेगा.
इन सरल टिप्स का पालन करके किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) को बचत खाते की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है. यह सुनिश्चित करेगा कि किसान को सरकारी सब्सिडी और आर्थिक सुरक्षा के लाभ का नियमित रूप से प्राप्त होता रहेगा.