वैश्विक कोरोना महामारी ने पिछले एक साल में पूरी दुनिया को बदल कर रख दिया है. भारत में इस संक्रमण को कम करने के लिए पिछले साल काफी समय तक लॉकडाउन भी रहा. इस लॉकडाउन के दौरान किसान भाइयों को भी परेशानियां झेलनी पड़ी जैसे कि बुआई के पहले बीज की अनुपलब्धता, खड़ी फसल पर डाली जाने वाली दवाओं व पोषण प्रबंधन उत्पादों की अनुपलब्धता के साथ-साथ अन्य कृषि से संबंधित उत्पादों के समय पर न उपलब्ध हो पाने के कारण फसलों को भारी नुकसान का खतरा था.
हालाँकि इस कठिन समय में भी किसानों का सच्चा साथी कहा जाने वाला ग्रामोफ़ोन सभी किसानों के साथ खड़ा रहा और कोरोना गाइडलाइन्स का पालन करते हुए इन समस्याओं का समाधान उपलब्ध कराया. किसानों के लिए समर्पित 'ग्रामोफ़ोन कृषि मित्र एप' के साथ-साथ ग्रामोफ़ोन के यूट्यूब चैनल, फेसबुक लाइव और व्हाट्सएप के माध्यम से किसानों को हर प्रकार की डिजिटल सहायता मिलती रही.
डिजिटल मदद के साथ ही ग्रामोफ़ोन ने सुदूर गांवों में रहने वाले किसानों तक भी अपनी सेवाएं पहुँचाई. इस दौरान कोरोना महामारी को लेकर सरकार द्वारा जारी किये गए सभी दिशानिर्देशों का ख्याल रखते हुए ग्रामोफ़ोन ने किसानों को घर बैठे कृषि उत्पाद उपलब्ध करवाए. मध्य प्रदेश में 100,000 से अधिक किसानों को ग्रामोफ़ोन ने अपनी सेवाएं पहुंचाई और इन सभी किसानों ने ग्रामोफ़ोन के कार्यों को खूब सराहा.
ग्रामोफ़ोन ने अपने सभी वेयरहाउस का समय समय पर सेनेटाइजेशन करवाया साथ ही किसान भाइयों को भी कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु जागरूक भी किया. ग्रामोफ़ोन के जागरूकता अभियान से गांव के किसानों ने भी कोरोना संक्रमण से बचने हेतु बताये गए सभी सुरक्षा निर्देशों को अपनाया.
ग्रामोफ़ोन के को-फाउंडर हर्षित गुप्ता कहते हैं, “पिछले साल की तरह इस साल भी कोरोना महामारी एक बार फिर बढ़ती हुई नजर आ रही है और हर कोई इससे चिंतित है. पर जिस तरह पिछले साल ग्रामोफ़ोन ने किसानों के कृषि कार्यों को लॉक डाउन के बावजूद रुकने नहीं दिया था
वैसे ही इस साल भी हम अपने किसान भाइयों के साथ हर परिस्थिति में खड़े रहेंगे. सभी किसान ग्रामोफ़ोन एप से जुड़े रहें और कृषि समस्याओं के निदान एवं उचित साधन प्राप्त करते रहें.”