Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 24 January, 2019 2:40 PM IST

धानुका  एग्रीटेक  लिमिटेड के एमडी   ने बजट पर बात करते हुए कहा है कि सरकार कृषि संकटों को ध्यान में रखते हुए उस पर चर्चा कर कोई समाधान लेकर आए. उन्होंने कहा कि 2018 में कृषि क्षेत्र में कईं ऐतिहासिक निर्णय लिए गए थे. जिसमें एमएसपी फसल खरीद और निर्यात नीति आदि फैसलों पर हमने उनको पूरा सम्मान भी दिया.

पिछले साल किसानों को यह समस्या थी कि सरकार द्वारा दी गयी योजनाओं का लाभ उन्हें सही समय से नहीं मिला. जिस कारण उन्हें स्थानीय निजी मंडियों पर निर्भर रहना पड़ा. इसके अलावा उनके द्वारा किया गया निवेश भी उनके कोई काम नहीं आया. जिस कारण वे उत्पादन बढ़ाने वाले उत्पादों का उपयोग नहीं कर पाए. इसलिए हम चाहते हैं कि सरकार उर्वरकों और अन्य कृषि के उत्पादों और कीटनाशकों पर भी जीएसटी को 18 प्रतिशत से कम करके 5 प्रतिशत करे. ताकि सभी किसान अपनी फसलों को कीटों और गंभीर तरह की बिमारियों से बचा सकें. इसके लिए सरकार उन्हें सही मूल्य पर अच्छे कीटनाशक प्रदान करवाए. 

ये भी पढ़ें - 'एग्रीक्स' के गुणवत्तापूर्ण उपकरणों से मिलेगी बेहतरीन सुविधा

उन्होंने कहा कि अच्छी तरह से विकसित बाजारों तक पहुंच अभी भी किसानों के लिए एक मुख्य मुद्दा बना हुआ है. हम बस यही सुझाव देंगे कि सरकार कुछ ऐसे समाधान लाए जिससे किसानो को लाभ हो, जिसमें किसानों के एक समूह को शहरों में फसल लाकर उपभोक्ताओं को सीधे बेचने के लिए एक वाहन प्रदान किया जा सके. जिसके द्वारा किसानों को बिचौलियों का सहारा ना लेना पड़े. जिससे उन्हें सही मूल्य पर लाभ मिल सके. क्योंकि अब कृषि प्रक्रियाओं में नयी प्रौद्योगिकी का सही से उपयोग करने का समय है. जिससे सरकार को दूरस्थ क्षेत्रों में भी किसानों तक आधुनिक तकनीकों को पहुंचाने में मदद करनी चाहिए. ताकि ग्रामीण स्तर पर कृषि के लिए बुनियादी ढाँचा विकसित हो सके. हम सरकार से अनुरोध करेंगे कि वह इस पर प्राथमिकता से विचार करे ताकि गांव और गांव के लोगों का विकास हो सके.

English Summary: dhanuka agritech md represent agriculture budget to government
Published on: 24 January 2019, 02:42 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now